डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय आवाहन पर शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने 21 सूत्रीय मांग पत्र के संबंध में 18 जुलाई को ट्विटर पर हेस्टैक कर अपनी आवाज बुलंद की। एक ही दिन में करीब 10 लाख ट्वीट का रिकॉर्ड बनाया।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष यशपाल सिंह के नेतृत्व में जनपद भर के शिक्षकों ने इस अभियान में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया और ट्विटर के माध्यम से सरकार पर दबाव बनाया।
पांच साल से टीचर्स पदोन्नति से वंचित
संघ के जिलाध्यक्ष यशपाल सिंह ने कहा कि 21 सूत्रीय मांगों के समर्थन में 10 लाख से अधिक शिक्षकों ने ट्वीट किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के बेसिक शिक्षकों की पुरानी पेंशन सवा लाख विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पद समाप्त कर दिए गए हैं। पिछले 5 साल से किसी भी शिक्षक की पदोन्नति नहीं की गई है। और शिक्षकों को मोबाइल अथवा लैपटॉप तथा इंटरनेट की सुविधा दिए बिना ही ऑनलाइन कार्य करने को मजबूर किया जा रहा है। शिक्षा मित्रों को शिक्षक के पद से हटाकर शिक्षामित्र बना दिया गया है। अनुदेशकों का मानदेय रुपए 17000 से घटाकर ₹10 कर दिया गया है। विद्यालय के विशेष शिक्षक एवं रसोईया आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं।
शासन पर उत्पीड़न का आरोप
प्रदेश में गत 15 वर्ष से लगातार एस्मा लगाकर शिक्षक व कर्मचारी संगठनों के आंदोलन से रोका जा रहा है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने एक ही परिसर में कार्य करने वाले शिक्षक, शिक्षक विशेष,शिक्षा मित्रों एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के शिक्षको की समस्याओं से संबंधित समस्याओं के निराकरण की मांग की है। यदि मांगे नहीं मानी जाती हैं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उत्तर प्रदेशीय शिक्षक संघ बड़ा आंदोलन करेगा। प्रदेशभर के शिक्षकों ने आंदोलन के प्रथम चरण में आज ट्विटर अभियान चलाकर अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन का शंखनाद किया है।
महानिदेशक कार्यालय पर धरना प्रदर्शन
संघ के जिला अध्यक्ष यशपाल सिंह ने कहा कि यदि शीघ्र ही समस्याओं का निराकरण नहीं किया जाता है तो पदाधिकारी महानिदेशक कार्यालय पर धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे।
जिला मंत्री मुकेश चैधरी ने भी शिक्षकों को अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। गंगेश्वरी ब्लाक के अध्यक्ष रामवरी सिंह ने बताया कि उनके ब्लाक के शिक्षकों ने भी अभियान में उत्साह के साथ शिरकत की।