डाॅ. दीपक अग्रवाल की विशेष वार्ता
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
पवन कुमार यादव ने पहले शिक्षक फिर बीईओ का मुकाम हासिल किया। अब नायब तहसीलदार के पद के लिए सफल हो गए हैं। लेकिन वह इसे मंजिल नहीं मानते हैं अभी वह पीसीएस की तैयारी मंे जुटे हैं और उनका टारगेट डिप्टी कलेक्टर के पद पर सफलता हासिल करना है। फिलहाल वह अमरोहा नगर क्षेत्र में बीईओ के पद पर सेवारत हैं।
सन शाइन न्यूज के एडिटर डाॅ. दीपक अग्रवाल ने बीईओ पवन कुमार यादव से उनके संघर्ष, सफलता और भविष्य की योजनाओं को लेकर अमरोहा नगर क्षेत्र के बीईओ कार्यालय में उनसे वार्ता की। पेश हैं वार्ता के प्रमुख अंशः
शिक्षा विभाग से जुड़े परिजन
पवन कुमार यादव जौनपुर के गांव पूरा मोहब्बत के निवासी हैं। उनका जन्म 12 जनवरी 1987 को हुआ। पिता रमाशंकर यादव पेशे से वकील हैं और मां लल्ली देवी गृहणी हैं। बड़े भाई शैलेंद्र कुमार यादव सोनभद्र में टीचर हैं। बहन नीतू यादव भी टीचर है। दूसरी बहन नीरज यादव गृहणी हैं। उन्होंने बताया कि पत्नी प्रियंका यादव भी गृहणी हैं।
नेट व जेआरएफ में भी सफलता हासिल की
बीईओ पवन ने बताया कि उन्होंने कक्षा एक से कक्षा 8 तक की शिक्षा साई बाबा इंटर कालेज जौनपुर से प्राप्त की। कक्षा 9 से 12 तक की पढ़ाई कर्नल गंज इंटर कालेज इलाहाबाद से की। बीए व एमए इलाहाबाद विश्वविद्यालय इलाहाबाद से किया। बीएड उदय प्रताप कालेज वाराणासी से किया। उन्होंने नेट व जेआरएफ में भी सफलता हासिल की। एनसीसी सी प्रमाण पत्र होल्डर भी हैं।
22 मार्च को अमरोहा में बीईओ बने
उन्होंने बताया कि जेआरएफ का लाभ नहीं ले पाए। वर्ष 2014 में केंद्रीय विद्यालय संगठन में सहायक अध्यापक के पद पर चयन हो गया। केंद्रीय विद्यालय कोडगू कर्नाटक, केंद्रीय विद्यालय केलांग हिमाचल प्रदेश, केंद्रीय विद्यालय ओल्ड कैंट इलाहाबाद में सेवाएं दीं। 2021 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से बीईओ पद पर चयन हो गया। 22 मार्च को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय अमरोहा में बीईओ के पद ज्वाइन किया। बीएसए चंद्रशेखर ने उन्हें बीईओ नगर क्षेत्र अमरोहा के पद पर पोस्टिंग दी।
अब नायब तहसीलदार पर चयन
उन्होंने बताया कि अब उनका चयन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की वर्ष 2020 की परीक्षा में नायब तहसीलदार के पद पर हो गया है। पोस्टिंग का इंतजार है। लेकिन यह मंजिल नहीं है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 की यूपीपीसीएस की परीक्षा में भी शामिल होंगे। उनके टारगेट डिप्टी कलेक्टर का पद हासिल करना है।
नगर क्षेत्र में शिक्षण बड़ी चुनौती
उन्होंने बताया कि नगर क्षेत्र में स्कूलों की हालात बहुत खराब है। शिक्षकों की भी कमी है। अमरोहा नगर में 46 विद्यालय हैं। इनमें 22 टीचर व 26 शिक्षामित्र सेवारत हैं। 11 स्कूल भवनहीन हैं। 26 स्कूल किराए के भवनों में संचालित हो रहे हैं जो जर्जर हैं। चुनौतियां अधिक हैं। मिशन कायाकल्प से गांव के स्कूलों में सुधार हो गया है लेकिन नगर के स्कूलों में मिशन कायाकल्प संचालित नहीं किया गया है। सीमित संसाधनों में बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं। स्थिति से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।