डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
जिलाधिकारी बाल कृष्ण त्रिपाठी ने कान्हा गौशाला धनौरा रोड गजरौला का निरीक्षण किया गया। उन्होंने गायांे को हरा चारा न देने पर गौशाला प्रभारी को निलंबित करने के आदेश दिए। जबकि इलाज न करने पर चिकित्सक का स्पष्टीकरण तलब किया है।
चारा में गड़बड़ी पर कार्रवाई
जिलाधिकारी ने हरा चारा खली चूना चोकर बीमार पशुओं के सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जानकारी ली। गौ केंद्र में हरा चारा भूसा के साथ पशुओं को न दिए जाने केवल सूखा भूसा दिए जाने पर गौशाला इंचार्ज चमन सिंह वरिष्ठ लिपिक को निलंबित करने के लिए पत्र तैयार करने के निर्देश अधिशासी अधिकारी गजरौला को दिए।कहा की पशुओं को प्रतिदिन हरा चारा भूसा खली चूना चोकर के साथ मिला कर दिया जाना चाहिए।
चिकित्सक का स्पष्टीकरण
जिलाधिकारी ने निरीक्षण में पाया कि 02 पशु बीमार हैं लेकिन पशुओं का इलाज संतोषजनक नहीं हो पा रहा है चोट लगे कई दिन हो गए लेकिन पशु का कोई उपचार नहीं किया गया है मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा की जिस डॉक्टर की ड्यूटी केंद्र में बीमार पशुओ के उपचार के लिये लगाई गई है उसका स्पष्टीकरण प्रस्तुत किया जाए। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि समय समय पर निरीक्षण किया जाय और बीमार पशुओ का समुचित इलाज होना चाहिए।
पशुओं को ठंड से बचाएं
जिलाधिकारी ने कहा कि पशुओं को ठंड का समय है सभी पशुओं को काऊ कोट की व्यवस्था होनी चाहिए और पूरे गौशाला में ठंड से बचाव के लिए ढकने के लिए तिरपाल से पूरा केंद्र रात में बंद रहना चाहिए ताकि ठंडी हवा प्रवेश न कर सके दिन में धूप निकलने पर पशुओं को धूप में भी बाहर बांधा जाय । इस अवसर पर जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि गौशाला में चूना चोकर खली की कमी नहीं होनी चाहिए जैसे ही खत्म हो तुरंत उपलब्ध हो जाना चाहिए । कहा कि गौशाला प्रभारी की यह जिम्मेदारी होगी कि प्रतिदिन पशुओं को हरा चारा खली जूना चोकर मिलाकर दिया जाए और जो अधिक कमजोर पशु हैं उन्हें कैल्शियम युक्त उच्च पोषण युक्त आहार उपलब्ध कराया जाए । इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अधिशासी अधिकारी गजरौला सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे ।