डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
राष्ट्र सेविका समिति मेरठ प्रांत कार्यवाहिका श्रीमती सुकंज बाला अग्रवाल ने कहा कि बहनों को अपने स्वयं सक्षम बनना होगा उसके बाद ही वे समाज और देश को सक्षम बनाने का दायित्व निभा सकती हैं।
एक दिवसीय कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग
7 जनवरी को राष्ट्र सेविका समिति जनपद अमरोहा के तत्वावधान में एक दिवसीय कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग का आयोजन अमरोहा ग्रीन्स कॉलोनी जोया रोड अमरोहा में प्रातः 10 बजे से सायं 4 तक किया गया। इसमें बौद्धिक सत्र को संबोधित करते हुए प्रांत कार्यवाहिका ने कहा कि हम शाखाआंे के मध्याम से अपना विकास करते हैं। उन्होंने बताया कि विजयदशमी के दिन 25 नवंबर 1936 को वर्धा में राष्ट्र सेविका समिति का गठन हुआ था। बहने ही राष्ट्र की धरोहर हैं और उन्हें देश सेवा के लिए मजबूत बनाना समिति का लक्ष्य है। समिति की देश में 5 हजार शाखाएं संचालित हैं जबकि विश्व के 22 देशों में भी समिति की शाखाएं लगती हैं। शाखा का विशेष महत्व है। शाखा में हम भगवा ध्वज लगाते हैं प्रार्थना करते हैं, खेलते हैं, योग करते हैं और सामाजिक मुद्दांे पर चर्चा भी करते हैं।
जाति के बंधन से ंऊपर उठने की सीख
उन्होंने कहा कि बहनों को पहले अपनी चिंता करनी है स्वयं को मजबूत बनाना है तभी वे समाज व देश की चिंता कर सकेंगी और देश मजबूत बन सकेगा। उन्होंने समिति के तत्वावधान में मनाए जाने वाले पांच पर्वों का उल्लेख करते हुए मकर संक्रांति के पर्व पर बंटने वाली खिचड़ी को समरसता का प्रतीक बताते हुए जाति व धर्म के बंधन से ंऊपर उठने की सीख दी।
भारत विश्वगुरु बनने के मुहाने पर खड़ा
प्रांत कार्यवाहिका ने जीजाबाई व अहिल्या बाई होल्कर का उदहारण देकर बहनों में देशभक्ति का जज्बा पैदा किया व देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने लव जेहाद पर कटाक्ष करते हुए भारतीय सभ्यता व संस्कृति के संरक्षण की सीख दी। देश सेवा के लिए सभी से हर रोज एक घंटा देने का आह्वान करते हुए कहा कि भारत विश्वगुरु बनने के मुहाने पर खड़ा है। देश को विश्व का सिरमौर बनाने के लिए सभी को योगदान करना होगा।
मंच पर विभाग कार्यवाहिका श्रीमती सरोज चौहान, जिला संचालिका श्रीमती शकुंतला देवी मौजूद रहीं। परिचय जिला कार्यवाहिका डॉ. बीना रुस्तगी ने दिया।
बालिकाओं को नियुद्ध का प्रशिक्षण
एक दिवसीय अभ्यास शिविर में 60 बालिकाओं ने भाग लिया। प्रातः सर्वप्रथम ध्वजारोहण के बाद शाखा लगाई गई उसके बाद बालिकाओं को समता का अभ्यास करा कर उनके 3 गण बनाए गए जिन्हें शिक्षिकाओं ने प्रशिक्षण दिया। प्रांत की शारीरिक प्रमुख ममता ने बालिकाओं को नियुद्ध का प्रशिक्षण दिया। मानवी, इति ,वंदना, गुनगुन शैली, अनुप्रिया शिक्षिकाओं ने बालिकाओं को अभ्यास कराया। समता, दंड प्रशिक्षण के अलावा विभिन्न खेल भी कराएं गए।
कार्यक्रम में मौजूद रहे
इस मौके पर जिला बौद्धिक प्रमुख डॉ. वन्दना रानी गुप्ता, जिला सम्पर्क प्रमुख डॉ. संयुक्ता चौहान, नगर कार्यवाहिका रीना माथुर, डॉ. सुमन चौहान, आराधना भटनागर, डॉ. सुमन गुप्ता, सुप्रिया खुराना, गीता विरमानी, विनीता गोयल, कमलेश अरोड़ा, अंशु, चौहान, सुधा, रचना डॉ. सुमन गुप्ता, सुषमा, मंजू यादव, शशि त्यागी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग प्रचारक अतुल, जिला प्रचारक अखिलेश, सुधांशु विश्नोई, रोहताश्व विद्यार्थी, शिशुपाल सिंह चौहान, जयदेव सिंह प्रधानाचार्य नरेंद्र सिंह, मुकेश चौधरी, नरेंद्र सिंह, डॉ. वीबी बरतरिया, डॉ. अनिल रायपुरिया, डॉ. बबलू सिंह, डॉ. दीपक अग्रवाल, विशेष राय, नरदेव, डॉ. अरविंद शास्त्री, राधेश्याम अरोरा आदि मौजूद रहे।