डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
जगदीश सरन हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय अमरोहा के शोध एवं स्नातकोत्तर हिंदी विभाग की प्रोफेसर डॉ. सयुंक्ता देवी के सेवानिवृत्त होने पर विभाग की तरफ से उन्हें भावभीनी विदाई दी गई।
क्षेत्र वासी हमेशा डॉ. सयुंक्ता देवी के ऋणी रहेंगे
कार्यक्रम प्राचार्य डॉ. वीर वीरेंद्र सिंह के संरक्षण तथा विभाग की अध्यक्षा डॉ. बीना रुस्तगी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। डॉ. सयुंक्ता देवी 1998 से निरंतर अध्यापन करती रहीं।साथ ही सामाजिक व साहित्यिक कार्यों में भी उनकी हमेशा भागीदारी रही। वे महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्रा इकाई की कार्यक्रम अधिकारी भी रहीं। उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं महाविद्यालय ने कई कीर्तिमान स्थापित किए। प्राचार्य डॉ. वीर वीरेन्द्र सिंह ने उनके सेवा कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की तथा प्राध्यापकों व छात्र-छात्राओं को उनसे प्रेरणा लेने की बात कही। अध्यक्षा डॉ. बीना रुस्तगी ने डॉ. सयुंक्ता देवी के साथ अपने संस्मरणों को साझा किया।उन्होंने कहा कि ऐसे प्राध्यापक ही विद्यार्थियों को राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करते हैं। डॉ. बबलू सिंह ने कहा कि महाविद्यालय परिवार एवं अमरोहा क्षेत्र वासी हमेशा डॉ. सयुंक्ता देवी के ऋणी रहेंगे।
शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता
इस अवसर पर डॉ. सविता ने कहा कि उनकी कार्यशैली हमेशा सबको प्रेरित करती रहेगी।अपने विचार रखते हुए डॉ. रणदेव ने कहा कि आपका मार्गदर्शन हमारे लिए सदैव आशीर्वाद का कार्य करता रहेगा। डॉ. ऋतुराज ने उनके मातृत्वपूर्ण एवं मधुर स्वभाव पर प्रकाश डाला।इसी क्रम में डॉ. विशेष ने उनकी अध्यापन शैली की तारीफ की। अंत में डॉ. सयुंक्ता देवी ने अपने कार्यकाल के अनुभवों को साझा किया।नए आये साथियों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि एक शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता। शिक्षण अनवरत चलने वाली प्रक्रिया है।इस अवसर पर विभाग के अन्य प्रोफेसरों ने भी अपने विचार प्रकट किए। सभी ने शॉल व पुष्प देकर उनका सम्मान किया। इस मौके पर साथियों की आँखें नम देखीं गईं।