डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
शिक्षक के बेटे वंश चहल ने एनडीए व बेटी साक्षी चहल ने बहुराष्ट्रीय कंपनी अमेजॉन में लहराया परचम। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत एआरपी विनय कुमार के दोनों होनहार बच्चों ने कड़ी मेहनत व एकाग्रता के बल पर उपरोक्त उपलब्धियां हासिल की। विनय कुमार गजरौला ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय लठीरा में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
वंश में बचपन से ही देशभक्ति का जज्बा
पिता विनय कुमार तथा माता हरिता लता दोनों ही अध्यापक है तथा ग्राम नरेना खुर्द ,रजबपुर, अमरोहा के निवासी हैं । वंश का चयन एनडीए के 148 वे बैच के लिए सर्विस सिलेक्शन बोर्ड इलाहाबाद से आर्मी एविएशन के लिए हुआ है। वंश (19 वर्ष) ने यह सफलता अपने प्रथम प्रयास में ही प्राप्त की है । इसके लिए आवश्यक पायलट एप्टीट्यूड टेस्ट भी वाराणसी बोर्ड से क्वालीफाई किया है यह पायलट परीक्षा जीवन में एक बार ही दे सकते हैं। वंश में पहले से ही देशभक्ति का जज्बा, जोश व देश के लिए कुछ कर गुजरने का उत्साह था स्कूली शिक्षा के दौरान ही वह एनडीए की तैयारी हेतु स्पीच, डिबेट डिस्कशन जैसी प्रतियोगिताओं में भाग लिया करते थे, बैडमिंटन में रोप स्कीपिंग जैसे खेलों में स्कूली स्तर पर विभिन्न उपलब्धियां भी हासिल की।
बेटी साक्षी को 52 लाखा का पैकेज
बेटी साक्षी चहल (24 वर्ष) ने जेईई परीक्षा पास कर ट्रिपल आईटी ग्वालियर से इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में इंटीग्रेटेड एमटेक पूर्ण किया था तथा कॉलिंज में सर्वाेच्च स्थान प्राप्त किया।कोविड-19 के दौरान कठिन परिश्रम से शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनी अमेजॉन में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर प्लेसमेंट प्राप्त किया और अब प्रमोशन पाकर 52 लाख के पैकेज पर कार्य कर रही हैं । साक्षी चहल पहले से ही होनहार छात्र ही हैं इंटरमीडिएट परीक्षा में 95प्रतिशत अंक प्राप्त करने के साथ-साथ विभिन्न खेलों में भी अच्छा प्रदर्शन किया ट्रिपल आईटी ग्वालियर में बेस्ट वूमेन प्लेयर के पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी है साथ ही विभिन्न पत्रिकाओं में ब्लॉग लिखना उनका प्रमुख शौक रहा है। दोनों बच्चों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व अध्यापकों के सानिध्य तथा दादा दादी की दुआओं व आशीर्वाद को दिया।
भतीजा बना फ्लाइंग ऑफिसर
6 माह पूर्व पूर्व विनय के छोटे भाई के पुत्र आकाश चहल का भी एनडीए के माध्यम फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर चयन हो चुका है।बच्चों के दादा जयपाल सिंह पुलिस विभाग से सब इंस्पेक्टर के पद से रिटायर हैं , और आज अपने दोनों पोतों को भारतीय सेना में ऑफिसर के पद पर समर्पित करने पर गर्व की अनुभूति कर रहे हैं।दोनों बच्चों की सफलता पर समस्त बेसिक शिक्षा परिवार व नरैना खुर्द में हर्ष का माहौल है।