डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
हिंदी दिवस के अवसर पर जिला न्यायालय के अधिवक्ताओं ने विचार गोष्ठी में कहा कि हिंदी को सर्वाेच्च सम्मान तब ही मिलेगा, जब न्यायालयों की भाषा पूर्णतः हिंदी हो जाए ।
बार एसोसिएशन हॉल में हिंदी दिवस पर गोष्ठी
बुधवार को जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में स्थित बार एसोसिएशन हॉल में हिंदी दिवस पर आयोजित विचार गोष्ठी में अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कृपाल सिंह यादव एडवोकेट ने कहा कि हर वर्ष 14 सितम्बर को हम “हिंदी दिवस” मनाते हिंदी को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति वर्घा के अनुरोध पर वर्ष 1953 से सम्पूर्ण भारत में प्रतिवर्ष 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
तभी इसे संपूर्ण सम्मान मिल सकेगा
विचार गोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करते हुए बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के विशेष प्रतिनिधि मनु शर्मा एडवोकेट ने कहा कि 14 सितम्बर को हम हिंदी दिवस बहुत खुशी और हर्साेल्लास के साथ लेख, कविता, निबंध लिखते हैं, भाषण भी देते हैं। हिंदी दिवस पर हम भारतीय संस्कृति पर बातें करते हैं राष्ट्रहित में हिंदी की मेजबानी करते हैं। सभी न्यायालयों में जब आधिकारिक रूप से इसका प्रयोग किया जाने लगेगा तभी इसे संपूर्ण सम्मान मिल सकेगा ।
बार एसोसिएशन के सचिव पंकज कुमार ने कहा कि पहले जहां स्कूलों में अंग्रेजी का माध्यम इतना नहीं होता था । वहीं आज सिर्फ अंग्रेजी की मांग बढ़ने के कारण देश के बड़े बड़े विद्यालयों के बच्चे हिंदी में पिछड़ते जा रहे हैं । आज हिंदी की दशा ये हैं कि बच्चों को सही उच्चारण में हिंदी बोलने या लिखनी में दिक्कत आती हैं।
हिंदी को कम मनाने वालों की संख्या बढ़ी
पूर्व सचिव अमित कुमार जैन एडवोकेट ने कहा कि भारत में हिंदी को अंग्रेज़ी से कमत्तर मनाने वालों की संख्या में पिछले कई दशकों में कई गुना इज़ाफ़ा हुआ हैं।
युवा अधिवक्ता डॉ रविंद्र शुक्ला ने कहा कि हिंदी का उत्थान तभी हों पायेगा जब हिंदी को वैश्विक स्तर पर लाने के लिए व्यापक स्तर सूचना प्रौद्योगिकी के साथ जोड़ा जाये। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता कृपाल सिंह यादव एडवोकेट एवं संचालन पंकज कुमार एडवोकेट ने किया । इस अवसर पर मुख्य रूप से बीपी माथुर, शैलेंद्र कुमार शर्मा, संजीव कुमार शर्मा, आदिश सैफी, दिनेश सिंह, खुसरो नदीम, दाऊद रिजवी, राजीव कुमार गोले, धर्मेंद्र पंवार, चरन सिंह चन्नी, नदीम अहमद, अर्जुन सिंह, मोहम्मद हसन आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे ।