डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
बेसिक शिक्षा परिषद के अमरोहा नगर के दो स्कूलों के शिक्षक काशिफ रिजवी और आसिफ अली विपरीत परिस्थितियों में इतिहास रच रहे हैं।
यह किसी से छिपा नहीं है कि सूबे में बेसिक शिक्षा परिषद के नगर क्षेत्रों के स्कूलों की हालत बड़ी खस्ता है यहां जितने स्कूल हैं उतने शिक्षक भी नहीं है। नगर क्षेत्र अमरोहा में प्राथमिक विद्यालय बाजार जट और प्राथमिक विद्यालय कटरा गुलाम अली का संचालन संयुक्त रूप से होता है ऐसा प्राथमिक विद्यालय बाजार जट का भवन न होने के कारण होता है। यह स्कूल एक हेडमास्टर काशिफ रिजवी व एक शिक्षा मित्र के सहारे है इस स्कूल में छात्रांे की संख्या 60 है। इसके अलावा काशिफ उच्च प्राथमिक विद्यालय चौक के भी प्रभारी है इस स्कूल में कोई शिक्षक ही नहीं है यहां उधार के शिक्षा मित्र से काम चलाया जा रहा है। इस स्कूल में छात्रों की संख्या 43 है। काशिफ ने बताया कि वह पहले सुबह को उच्च प्राथमिक विद्यालय चौक में शिक्षण करते हैं और उसके बाद प्राथमिक विद्यालय जट बाजार में शिक्षण करते हैं। उनकी अनुपस्थिति में शिक्षा मित्र हिना जौहर शिक्षण करती हैं।
अब बात करते हैं प्राथमिक विद्यालय कटरा गुलाम अली की। यहां बच्चांे की संख्या है 70 और केवल हेडमास्टर आसिफ अली हैं। वह अकेले ही पूरा स्कूल संभाल रहे हैं। इस एक कैंपस में चलने वाले दो स्कूलों में दो टीचर और एक शिक्षा मित्र है। ये अवकाश लेने को भी तरस जाते हैं।
इसके अलावा काशिफ रिजवी और आसिफ अली एआरपी के दायित्व का भी निर्वहन कर रहे हैं। इससे भी बड़ी बात यह है कि वे दोनों एआरपी के साथ-साथ विधान सभा निर्वाचक नामावली मंे बीएलओ का काम भी करते हैं। शिक्षा मित्र हिना भी बीएलओ हैं। जबकि एआरपी बीएलओ की डयूटी से मुक्त रखे गए हैं लेकिनएआरपी काशिफ व आसिफ स्वेच्छा से बीएलओ का काम कर रहे हैं।