डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
26 नवंबर 2022 को जगदीश सरन हिन्दू इन्टर कॉलेज अमरोहा में संविधान दिवस धूम धाम से मनाया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम सभी छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों के सम्मुख संविधान की उद्देशिका का पाठन किया गया तदोपरांत गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के विभिन्न छात्र छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया । गोष्ठी में छात्रा समैरा ने प्रथम, जितेंद्र सिंह ने द्वितीय एवं समरीन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रधानाचार्य डॉ0 जी0 पी0 सिंह ने प्रतीक चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर पुरुस्कृत किया गया ।
संविधान दिवस 2015 से मनाया जा रहा
इस अवसर पर बोलते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. जी पी सिंह ने विस्तार पूर्वक छात्र छात्राओं को संविधान दिवस की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संविधान दिवस 2015 से मनाया जा रहा है, इस वर्ष डॉ0 बी0 आर0 अम्बेडकर की 125 वीं जयंती थी। संविधान सभा के प्रथम स्थाई अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद बनाए गए तथा प्रारूप समिति के अध्यक्ष भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर को बनाया गया। 2 वर्ष 11 माह एवं 18 दिन में संविधान का निर्माण कर 26 नवंबर 1949 को सरकार को सौंप दिया। 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ। आज जो भारत विश्व का सबसे बड़ा और मजबूत लोकतंत्र है उसके पीछे श्रेष्ठ संविधान होने की ताकत है। भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है तथा यह भारत के नागरिकांे को समानता के आधार पर जीवन जीने का अधिकार देता है जैसा कि इस की उद्देशिका में साफ लिखा है। भारत के संविधान में 395 अनुच्छेद 22 भाग तथा 8 अनुसूचियां थी जो विभिन्न संशोधन के द्वारा आज 448 अनुच्छेद 25 भाग और 12 अनुसूचियां हैं । भारत का मूल संविधान हस्तलिखित है जिसे बहुत ही सुंदर हैंड राइटिंग में प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने इटैलिक अक्षरों में लिखा है तथा शांति निकेतन के कलाकारों ने बहुत सुंदर ढंग से इसके हर पृष्ठ को सजाया है।
मौजूद रहे
कार्यक्रम में डॉ राजवीर सिंह, शैलेश कुमार पंकज, डॉ0 राजेश राजपूत, मधुलिका गुप्ता, सावित्री, डॉक्टर शिव शंकर यादव, पुष्पेंद्र यादव, अनिल कुमार, सुधीर गुप्ता, रजा इमाम, राधेश्याम, अवधेश कुमार, प्रशांत कुमार, अंकित कुमार, लल्लू सिंह,करतार सिंह, डॉक्टर वीरेन्द्र कुमार शुक्ला, शंभू नाथ कश्यप, श्यामधर पाल, नैंसी शर्मा, विदुषी तोमर आदि सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।