डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
अमरोहा के जिला संयुक्त चिकित्सालय से जिले के एक मात्र सरकारी और नेत्र सर्जरी मंे सूबे में रिकार्ड कायम करने वाले नेत्र सर्जन डॉ.टीपी सिंह को स्थानांतरण के बाद रिलीव कर दिया गया है। जो गरीब आमजन के लिए अच्छा नहीं है।
डीएम ने डॉ.टीपी सिंह को किया था सम्मानित
नेत्र सर्जन डॉ.टीपी सिंह को 6 दिसंबर 2010 को मुरादाबाद से अमरोहा अस्पताल में अटैच किया गया था, उसके एक साल बाद उनका अमरोहा स्थानांतरण कर दिया गया। वह शुरू से ही एक होनहार चिकित्सक साबित हुए। वह जिले में 2010 से नेत्र सर्जरी कर रहे हैं उन्होंने बताया कि अब तक 15 हजार सर्जरी की हैं। वह हर माह 150 से 200 सर्जरी करते हैं हर साल 1500 सर्जरी का रिकार्ड है। मोतियाबिंद के आप्रेशन में वर्ष 2019 में जिला चौथे स्थान पर था, 2020 में दूसरे स्थान पर रहा और 21 में प्रथम स्थान पर आया। सूबे में अमरोहा के मोतियाबिंद आप्रेशन में प्रथम स्थान पर आने पर तत्कालीन जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने डॉ. टीपी सिंह और उनकी टीम को सम्मानित करते हुए प्रशस्ति पत्र दिया था।
कौन करेगा गरीबों की सर्जरी
शासन ने ऐसे होनहार नेत्र सर्जन का जून 2022 में हापुड़ जनपद के लिए रूटीन स्थानांतरण कर दिया। लेकिन अमरोहा में किसी को तैनाती नहीं दी। उस समय जिलाधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी ने राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम को देखते हुए डॉ. टीपी सिंह का रिलीव नहीं होने दिया।
उधर हापुड़ में पहले से ही तीन नेत्र सर्जन सेवारत हैं। जबकि अमरोहा में नेत्र सर्जन के दो पदों के सापेक्ष एक मात्र नेत्र सर्जन डॉ. टीपी सिंह ही है। जिन्हें अब चिकित्सा निदेशक प्रशासन के आदेश पर सीएमएस ने कार्यमुक्त कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार डॉ. टीपी सिंह ने दिसंबर 2022 में 200 लोगों को सर्जरी के लिए डेट दे रखी हैं अब उनके चले जाने से किसी की सर्जरी नहीं हो पाएगी। राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम भी ठप हो जाएगा।
बड़े पदों पर बैठे अधिकारियों को जिले की स्थिति का आंकलन करने के बाद ही डॉ.टीपी सिंह के स्थानांतरण पर विचार करना चाहिए था।