डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
महामना पंडित मदन मोहन मालवीय ने भारतीय संस्कृति के संरक्षण के साथ हिंदू धर्म के लिए अतुलनीय योगदान दिया है । उन्होंने केवल ब्राह्मण समाज ही नहीं बल्कि सर्व समाज के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक कार्य किए और उन्होंने समाज को नई दिशा प्रदान की है।
यह विचार विभिन्न वक्ताओं ने ब्राह्मण सभा अमरोहा के तत्वावधान में श्री बाबा गंगानाथ मंदिर में आयोजित पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर विचार गोष्ठी के अवसर पर व्यक्त किए। कार्यक्रम में सर्वप्रथम दीप प्रज्वलन के उपरांत मदन मोहन मालवीय एवं अटल बिहारी वाजपेई के चित्रों पर अतिथियों ने माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किये।
बीएचयू मालवीय जी की बड़ी देन
तत्पश्चात कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पं.योगेंद्र शर्मा ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय जी ब्राह्मण समाज ही नहीं अपितु सर्व समाज के पथ प्रदर्शक थे, हमें उनके दिखाए हुए मार्ग पर सदैव चलना चाहिए। पं. सुशील शर्मा ने कहा कि ब्राह्मणों का गौरव कहे जाने वाले मदन मोहन मालवीय एवं स्व. अटल बिहारी वाजपेई दोनों ही भारत रत्न से सम्मानित विभूतियां हैं । जिन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना करके समस्त हिंदू समाज को नई दिशा प्रदान की है । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पं. सीताराम बंधु ने कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय वास्तव में ब्राह्मणों का ही प्रतिनिधित्व नहीं करते थे । अपितु वह सर्व समाज का हिंदुत्व के नजरिया से प्रतिनिधित्व करते थे । पं. भुवनेश शर्मा उर्फ भुवन ने काव्यपाठ करते हुए मदन मोहन मालवीय जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर स्वरचित क्षणिकाएं विशेष शैली में प्रस्तुत की, जिससे उपस्थित श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए ।
कार्यक्रम में मौजूद रहे
कार्यक्रम का संचालन सभा के महामंत्री पं. मनु शर्मा एडवोकेट ने किया । कार्यक्रम में ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष पं. पवन कौशिक,आशुतोष त्रिवेदी, अजेन्द्र भूषण शुक्ला, उपेंद्रनाथ त्रिवेदी,वरुण त्रिवेदी, वीरेंद्र कुमार पाठक, अरविंद पाराशर, अभिषेक शर्मा, मधुसूदन व्यास, सुरेश चंद शर्मा,राज निकेतन शर्मा,लालमोहन,वामदेव नौटियाल,धर्मेंद्र शर्मा, अनुज शास्त्री,शैलेंद्र कुमार शर्मा, प्रमोद कुमार शर्मा एवं रस्तोगी सभा से मुकेश रस्तोगी, खत्री सभा से अविनाश टंडन भी उपस्थित रहे।