डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
अमरोहा के बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक डाॅ. यतींद्र कटारिया की पुस्तक सात समुंदर पार हिंदी का फिजी में हुआ विमोचन। इस मौके पर कटारिया ने कहा कि महर्षि दयानंद और आर्य समाज का हिंदी के संवर्धन में अतुल्य योगदान है।
फिजी के नादी शहर में चल रहे 12 विश्व हिंदी सम्मेलन के दूसरे दिन डॉ यतींद्र कटारिया की पुस्तक सात समुंदर पार हिंदी का विमोचन गृह राज्य मंत्री भारत सरकार अमित मिश्रा तथा महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रजनीश शुक्ला ने किया।
दयानंद का हिंदी के प्रचार में बड़ा योगदान
इस अवसर पर शोध पत्र प्रस्तुतीकरण सत्र में अपना प्रस्तुतीकरण करते हुए डॉ. यतींद्र कटारिया ने कहा कि युग प्रवर्तक महर्षि दयानंद द्वारा हिंदी के प्रचार प्रसार में जो अनन्य कार्य किया गया है वह ऐतिहासिक है तथा महर्षि दयानंद का इस वर्ष 200 वॉ जयंती समारोह और हिंदी का 12वां विश्व हिंदी सम्मेलन गौरव में क्षण है महर्षि दयानंद द्वारा स्थापित आर्य समाज के प्रचारकों ने हिन्दी को भारत से बाहर मॉरीशस फिजी गुआना सूरीनाम दक्षिण अफ्रीका कनाडा अमेरिका सहित दुनिया के तमाम देशों में हिंदी का प्रचार और प्रसार किया।
उन्होंने कहा कि हिंदी के लिए एकमात्र सत्याग्रह आर्य समाज द्वारा पंजाब में हिंदी सत्याग्रह किया गया जिसकी बदौलत पंजाब में हिंदी के मान सम्मान की रक्षा हुई इसी तरह आर्य समाज की संस्थाओं से निकले हुए स्नातकों ने हिंदी साहित्य सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा आर्य समाज द्वारा हिंदी के प्रारंभिक पत्रों का प्रकाशन कर योगदान दिया गया।