डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
जिलाधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी ने कहा कि बच्चों का भविष्य संवारने की जिम्मेदारी शिक्षकांे पर ही होती है।
15 मार्च को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बुढनपुर अमरोहा में तीन दिवसीय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 सेमिनार अभिनव पर्व नवाचार टीएलएम मेला के समापन सत्र का शुभारंभ मुख्य अतिथि डीएम बालकृष्ण त्रिपाठी ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षण ईमानदारी के साथ
इस मौके पर जिलाधिकारी ने शिक्षकों को सचेत किया कि वह सब बच्चों का भविष्य हैं यदि वह बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षण ईमानदारी के साथ देंगे तो अवश्य ही बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सकेगा और देश प्रगति के पथ पर अग्रसर हो सकेगा। कहा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत जो निर्देश दिए गए हैं वह बहुत ही महत्वपूर्ण हैं आप बच्चों को नवाचार कर शिक्षण दें । बच्चों को पढ़ने के अलावा खेल और योग में भी प्रशिक्षित करें।
स्वयं सुधारें और बच्चों को पढ़ाएं
मुख्य विकास अधिकारी चंदशेखर शुक्ल ने कहा कि अध्यापक कि जब तक सोच नहीं बदलेगी आपकी इच्छा शक्ति स्वयं जाग्रत नहीं होगी तब तक कुछ भी होने वाला नहीं है। अपने आप को स्वयं सुधारें और प्रतिदिन समय लगाकर बच्चों को पढ़ाएं अवश्य, आप लोग बच्चों का भविष्य निर्धारित करते हैं । जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती गीता वर्मा ने भी अध्यापकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के प्रति प्रेरित किया। । प्रथम सत्र को मुख्य वक्ता असिस्टेंट प्रोफेसर जेएस कालेज अमरोहा डॉ. हरेंद्र सिंह ने संबोधित किया।
विकास हेतु शिक्षा पर जोर
सेमिनार के द्वितीय सत्र में मुख्य अतिथि सदस्य विधान परिषद डॉ. हरि सिंह ढिल्लो रहे। डॉ. ढिल्लो ने सेमिनार को संबोधित करते हुऐ राष्ट्रीय शिक्षा नीति व स्वस्थ समाज के विकास हेतु शिक्षा पर जोर देने की बात कही। सेमिनार के द्वितीय सत्र के मुख्य वक्ता एसोसिएट प्रोफेसर डा. निखिल कुमार दास तथा असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. बबलू सिंह जेएस कालेज अमरोहा रहे।
सेमिनार के आयोजक डायट प्राचार्य मुनेश कुमार, सेमिनार के समन्वयक डॉ. कुन्दन सिंह व सेमिनार के संयोजक श्रेयस यादव ने सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत व आभार व्यक्त किया। समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी जनपद अमरोहा, समस्त डायट स्टाफ, जनपद अमरोहा के समस्त एसआरजी व एआरपी जनपद अमरोहा तथा डायट डी एल एड प्रशिक्षुओं ने भी सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया।