डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
अमरोहा नगर पालिका परिषद के चुनाव मंे व्यवहार कुशल मृदुभाषी निवर्तमान चेयरमैन शशि जैन की जीत को लेकर सभी चुनाव से पहले आश्वस्त थे और ऐसा ही हुआ वह एक बार फिर विगत चुनाव की तुलना मंे अधिक मतों से जीत गई।वह 1492 मतों से जीती हैं। लेकिन हकीकत यह है यही है कि हाथी और साइकिल की टक्कर से कमल खिल गया।
अमरोहा नगर पालिका परिषद के सीमा विस्तार के बाद नगर पालिका में शामिल हुए गांवांे को शुरू से ही भाजपा की जीत के रूप में देखा जा रहा था। दूसरे निवर्तमान चेयरमैन शशि जैन उनके पति पूर्व चेयरमैन अतुल जैन उनके बेटे अखिल जैन व निखिल जैन की व्यवहारकुशलता के सभी कायल हैं। शशि जैन भी हर कार्यक्रम में शामिल होती हैं और जनता के बीच रहती हैं। लेकिन अगर इस बार हुए चुनाव का विश्लेषण करें तो इस तथ्य से इंकार नहीें किया जा सकता है कि शशि जैन की जीत हाथी व साइकिल मंे हुई भिड़ंत का परिणाम है। अगर साइकिल थोड़ा धीमे चल जाती और हाथी तेज हो जाता तो चुनाव जीतना संभव नहीं था। अगर यह कहा जाए कि मुस्लिम वोटांे का धु्रवीकरण शशि जैन की जीत का एक प्रमुख फैक्टर रहा तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। इस जीत को लेकर खुश होना चाहिए लेकिन भाजपा के रणनीतिकारों को सचेत भी रहना चाहिए।