डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
नई तकनीक पर आधारित मशीन बताएगी आंख में किस तरह का लेंस उपयुक्त होगा। जोया रोड स्थित शार्प विज़न आई केयर सेंटर में एक अत्याधुनिक मशीन का उद्घाटन फ़ीता काट कर अस्पताल के स्वामी डॉ पंकज कुमार बादल द्वारा किया गया।
मशीन जापान और जर्मनी की तकनीक से विकसित
डॉ. पंकज बादल ने बताया कि यह आज के समय की दुनिया की सर्वाेत्तम तकनीक पर आधारित आँखों के लेंस की जाँच करने वाली मशीन है जो मोतियाबिंद के मरीज़ में लेंस की पावर की सटीक जाँच करती है। इससे पहले की मशीनों द्वारा लेंस की जाँच में विषमताएँ आ जाती थी। इस मशीन द्वारा जाँच करने पर मरीज़ को अपनी आँख में डलने वाले लेंस की सटीक जानकारी मिल सकती है। यह मशीन जापान और जर्मनी की तकनीक से विकसित है। पहले अगर किसी मरीज़ की आँख में एस्टीग्मेटिज्म होती थी तो उसका सारा डेटा लेंस बनाने वाली कंपनी को भेजा जाता था फिर वह कंपनी आँख के अनुसार लेंस डिज़ाइन करके भेजती थी जो मरीज़ की आँख में प्रत्यारोपित किया जाता था लेकिन इस मशीन द्वारा उसकी जानकारी तुरंत मिल जाती है।
मशीन का नाम ईआरजीओएस
इस मशीन का नाम ईआरजीओएस है यह बहुत ही आधुनिक सॉफ़्टवेयर द्वारा काम करती है जिससे मरीज़ की आँख की जाँच का सारा डेटा ऑपरेशन थियेटर में लगी ऑपरेशन की मशीनों में ट्रांसफ़र किया जा सकता है, जिससे सर्जन के लिये ऑपरेशन और भी सुगम हो जाता है और समय की बचत हो जाती है । इससे पुरानी मशीन को केवल डॉक्टर ही चला सकता था लेकिन इस मशीन को अस्पताल का कोई भी प्रशिक्षित टेक्निशियन भी ऑपरेट कर सकता है। मशीन की निर्माता कंपनी एल्कोन (यूएसए) का दावा है की यह मशीन नेत्र चिकित्सकों व मोतियाबिंद के रोगियों के लिये वरदान सिद्ध होगी।
अब आँख के पर्दे (रेटिना)की जाँच की अमरोहा में ही सुविधा
शार्प विज़न आई केयर सेंटर में रेटिना की जाँच व इलाज से संबंधित सभी मशीने लगाई गई हैं जिसमें आँख की एंजियोग्राफ़ी, ओसीटी, आँख का ए -स्कैन अल्ट्रासाउंड व लेज़र शामिल हैं।
उच्च रक्तचाप व मधुमेह की बीमारियों में आँख का पर्दा (रेटिना) असमय ही ख़राब होने लगता है जिससे रोगी को स्थाई अंधता होने लगती है ,इन मशीनों द्वारा आरंभिक अवस्था में ही इसे पता कर लिया जाता है जिससे उनका जल्दी इलाज संभव हो पाता है। अभी तक मरीज़ को इन रोगों के इलाज के लिये दिल्ली या मेरठ जाना पड़ता है लेकिन अब उनका इलाज अपने शहर अमरोहा में संभव है।