एसएस न्यूज
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
21 जून योग दिवस पर हर ओर योग की धूम मची है 15 जून से योग सप्ताह शुरू हो गया है। योग में प्राणायाम और आसान दोनों शामिल है। आसान भाषा में दोनों को मिलाकर योगाभ्यास का नाम प्रचलित हो गया है। लेकिन योग की हर क्रिया हर किसी के लिए नहीं हैं। अपनी शक्ति के अनुरूप ही योगाभ्यास करें, वरना नुकसान हो सकता है।
योग यानि प्राणायाम और आसानों की साधना एक दिन में नहीं की जा सकती है। एक-एक आसान को साधने में काफी समय लग जाता है। बच्चे फिर भी आसानी से सीख जाते हैं लेकिन 40 साल की उम्र की बाद मयूर आसान हल आसान हर किसी को नहीें करने चाहिए। अगर आपका बीपी बढ़ा है तो कपालभाति नहीं करनी है और अगर बीपी लो है तो अनुलोम विलोम नहीं करना है। योग एक विज्ञान है और शरीर पर इसका किसी दवा से कम असर नहीं होता है। इसीलिए अपनी प्रकृति, बीमारी, आयु को देखकर और प्रशिक्षण प्राप्त कर ही योगाभ्यास में आगे बढ़े। योग दिवस केवल जागरूक करने के लिए। जागरूक बने लेकिन नुकसान न कर बैठे।
(नोटः लेखक डॉ. दीपक अग्रवाल योग एवं एक्यूप्रेशर में डिप्लोमा होल्डर हैं और आध्यात्म व योग साधना में लगे है)