डॉ. दीपक अग्रवाल
लखनऊ/अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
इंटर कालेजों में अप्रैल से सितंबर तक कक्षा 6 से 12 तक के छात्र/छात्राओं का कक्षा संचालन 5 घंटे। सुबह 7.50 बजे से दोपहर 12.50 बजे तक। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कक्षा संचालन सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक। भीषण गर्मी मंे नौनिहाल बिलबिला रहे हैं। अब स्कूलों के समय में परिवर्तन के लिए शिक्षा विभाग ने गंेद डीएम के पाले में डाल रखी है।
इंटर कालेजों और परिषदीय स्कूलों के समय में भेदभाव पर लखनऊ शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी से बात की गई तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। मैंने कहा कि कई जिलों छात्र/छात्राएं बेहोश हो गए हैं तो वह बोले उस जिले के बीएसए और डीएम को परिस्थितियों को देखकर स्कूलों का संचालन कराना चाहिए। जरूरत होने पर जिलाधिकारी को अवकाश और स्कूलों के समय में परिवर्तन का अधिकार है। यह डीएम के विवेक पर निर्भर करता है।
बहुत खूब नीति का निर्धारण करने वाले विसंगति करें और भुगतने का काम जिलाधिकारी पर सौंप दें। अब बीएसए पत्रावली तैयार करें फिर डीएम को समझाएं तब स्कूलों का समय बदला जाए। अगर डीएम न समझ पाएं तो कौन जिम्मेदार।
इसीलिए परिषदीय स्कूलों का समय भी पूर्व की भांति सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक या 7.30 बजे से 12.30 बजे तक शासन स्तर से ही होना चाहिए। विभिन्न संगठनों की इस जायज मांग की ओर शिक्षा मंत्री को गौर कर जनहित में इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।