डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
अमरोहा में पृथ्वीराज चौहान की बहन अंबा देवी ने 12 वीं शताब्दी में बायं का कुआं बनवाया था। देखरेख के अभाव में यह कुआं अब जर्जर स्थिति में है इसमें जगह-जगह काई लग गई और झाड़ियां भी उग आई हैं। हालांकि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संगठन ने इसके आसपास किसी भी प्रकार के निर्माण पर रोक संबंधी नोटिस यहां चस्पा किया है।
गौरतलब है कि बायं का कुआं, जिसे पृथ्वीराज चौहान की बहन अंबा देवी ने 12 वीं शताब्दी में बनवाया था। अंबा देवी उस वक्त अमरोहा की जमींदार थीं। ऐतिहासिक धरोहर बायं का कुआं संरक्षण के अभाव में जर्जर होता जा रहा है। यह सीढ़ीदार कुआं अमरोहा में जिला मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर दूर बिजनौर मार्ग पर गांव रज्जाकपुर में कताई मिल के पास उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित है।
अमरोहा का प्राचीन इतिहास पुस्तक के लेखक सुरेश चंद्र शर्मा के मुताबिक हिंदू धर्म में कुएं और तालाब आदि की खोदाई कराना पुण्य का काम माना जाता था। लिहाजा प्रजा की भलाई के लिए अंबा देवी ने इस कुएं का निर्माण कराया था। कुआं कंकर और पत्थर से बना है। कुएं की गहराई करीब 30 फीट जबकि इसका व्यास लगभग 15 फीट है। कुएं की बनावट इस प्रकार है कि बारिश या बाहर का पानी अंदर नहीं जा सकता। कुएं में पानी के निचले स्तर तक जाने के लिए 30 सीढिय़ां बनी हुईं हैं। इनके दोनों ओर तीन द्वार के दो बरामदे हैं। इनके आगे के भाग में एक-एक खुले द्वार हैं। अब से 30-40 साल पहले तक इसमें पानी हुआ करता था, लेकिन अब नहीं है। अंदर नीचे तक जाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि दो दशक पहले कुएं के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए पुरातत्व विभाग ने इसे अपने संरक्षण में ले लिया था। प्राचीन विरासत बची रहे इसलिए पुरातत्व विभाग की टीम ने टूटे पत्थरों को बदलवा दिया। दूर दराज से लोग इस कुएं को देखने के लिए पहुंचते हैं। गजेटियर मुरादाबाद के अनुसार इसे वाह-का-कुआं या बावन कुआं भी कहते हैं। गजेटियर मुरादाबाद 1988 पेज नंबर 28 पर इसका उल्लेख है।