डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मोनिका ने चेतावनी दी है कि किसी भी दशा में जर्जर भवनों में कक्षाओं का संचालन न हो। अगर ऐसा होता है तो इसके लिए संबंधित बीईओ और स्कूल के हेडमास्टर जिम्मेदार होंगे।
बरसात में जर्जर भवनों में पढ़ाई जान को जोखिम में डालना है। इस मुद्दे नवागत बीएसए मोनिका ने गंभीरता से लिया और जर्जर भवन वाले स्कूलों का निरीक्षण करने का भी निर्णय लिया है। बीएसए ने बताया कि जैसे ही उनकी जानकारी में आया कि गंगेश्वरी ब्लाक के देहरी खादर स्कूल का भवन जर्जर है तो 8 जुलाई को 10.30 बजे उन्होंने स्कूल को बंद कराया। इसी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय जीवपुर मुस्तकम के जर्जर भवन का ध्वस्तीकरण होने के बाद कक्षाओं का संचालन पेड़ के नीचे करने पर भी उन्होंने आपत्ति जताई।
कक्षा संचालन को वैकल्पिक व्यवस्था
उन्होंने कहा कि जर्जर भवनों में कक्षाओं संचालन नहीं होगा। कक्षाओं के संचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी। अगर कहीं दिक्कत है तो हेडमास्टर बीईओ और उन्हें अवगत कराएं। बरसात के दिनों में सभी को सुरक्षा का ध्यान रखना है। इसके अलावा उन्होंने तालाब के किनारे वाले स्कूलों में भी विशेष सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं। सभी बीईओ को सचेत किया है।