डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
कलमकार कुम्भ साहित्य संस्थान, दिल्ली के सौजन्य से उत्तर प्रदेश हिंदी साहित्य संस्थान, लखनऊ के प्रेमचंद सभागार में कवि सम्मेलन व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में अमरोहा के बेसिक शिक्षा परिषद से सेवानिवृत्त राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक श्योनाथ सिंह की पुस्तक अन्तर्मन की अंजुरी का विमोचन किया गया।
पोस्टमॉस्टर जनरल उत्तर प्रदेश रहे मुख्य अतिथि
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विवेक कुमार दक्ष (पोस्टमॉस्टर जनरल उत्तर प्रदेश) रहे। अध्यक्षता वेद प्रकाश प्रजापति (सीएमडी लाइफ कॉम) ने की। मंचासीन अन्य अतिथि गौरी सांवरिया (पार्षद, लखनऊ), डॉ अम्बरीष कुमार सिंह (उपसचिव सचिवालय), डॉ अजय कुमार (लखनऊ) रहे। संचालन ट्रू मीडिया के संस्थापक ओम प्रकाश प्रजापति ने किया।
कार्यक्रम का प्रारम्भ मंचासीन अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। सरस्वती वंदना शचि श्रीवास्तव एवं वैष्णवी जावड़ेकर ने संयुक्त रूप से की। तदोपरांत विभिन्न प्रदेशों से चुने गए साहित्यकारों को साहित्य सारथी सम्मान वर्ष 2023 से सम्मानित किया गया। कलमकार कुम्भ के संस्थापक सुरेश चंद्रा, संरक्षक श्योनाथ सिंह शिव, प्रमाणन अधिकारी डॉ गीतम सिंह, संयोजिका शचि श्रीवास्तव व अन्य पदाधिकारियों ने सभी साहित्यकारों को सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।
इस समारोह में श्योनाथ सिंह शिव द्वारा लिखित अन्तर्मन की अंजुरी जमीला खातून द्वारा लिखित हम नन्हें मतवाले हैं और शचि श्रीवास्तव द्वारा लिखित एहसास अन्तर्मन के का विमोचन किया गया।
इन कवियों ने किया काव्य पाठ
इस अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन में जिन साहित्यकारों ने कविता सुनाई वो हैं- श्योनाथ सिंह शिव-अमरोहा, डॉ. गीतम सिंह-उझानी, शची श्रीवास्तव- लखनऊ, डॉ. ओमप्रकाश प्रजापति- दिल्ली, डॉ. संजीव कुमार चौधरी-जयपुर, डॉ. शरद रीमा सिन्हा-लखनऊ, डॉ. सुनील शर्मा- गुरुग्राम, डॉ. जयप्रकाश प्रजापति- कानपुर, नवीन जोशी नवल- दिल्ली, शिवशंकर लोध राजपूत- दिल्ली, विजय पुरोहित- अहमदाबाद, श्री श्री मिश्रा- लखनऊ, अनामिका वैश्य आईना- लखनऊ, सेवा लाल प्रजापति- भदोही, अमित आनंद- मिर्जापुर, रेखा रानी- गजरौला, अनूप एकलव्य- बाराबंकी, जमीला खातून-झांसी, एस० पी० दीक्षित-उन्नाव, घनश्याम पांडे- दिल्ली, राकेश कुमार मिश्रा- लखनऊ, अमित अधूरा- प्रयागराज, उदयभान शर्मा, मऊ ,श्रीकांत तैलंग-जयपुर, अमरीश सिंह-लखनऊ, राजीव शंकर श्रीवास्तव-लखनऊ आदि।
कार्यक्रम के अंत में कलमकार कुम्भ के संस्थापक सुरेश चंद्रा ने सभी का आभार व्यक्त किया।