डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
विभिन्न शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से विकास क्षेत्र गजरौला के प्राथमिक विद्यालय चौहड़पुर माफी के हेडमास्टर विपिन कुमार का निलंबन वापस लेने की मांग की हैं। इस संबंध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की जिला इकाई की ओर से बीएसए कार्यालय में ज्ञापन भी दिया गया है। उधर बीएसए मोनिका ने शिक्षक के निलंबन के साथ-साथ बीईओ गजरौला का स्पष्टीकरण भी तलब किया है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि तथ्यों की जानकारी के बिना ही हेडमास्टर विपिन कुमार को निलंबित कर दिया गया। परीक्षा की जिम्मेदारी स्कूल मंे तैनात पर्यवेक्षक की थी। इसमें आरोप है कि बीएसए कार्यालय व बीईओ कार्यालय द्वारा प्रश्नपत्रों की गोपनीयता भंग की गई। दोनों दिन की परीक्षा के प्रश्नपत्र पहले ही दिन लिफाफे में भेज दिए गए। शिक्षकों के उपलब्ध होने के बावजूद शिक्षा मित्र को पर्यवेक्षक बनाया गया। पीड़ित विपिन कुमार ने बताया कि उन्हेें 15 सितंबर को जो परीक्षा का लिफाफा मिला उसमें कक्षा एक से तीन के साथ साथ 16 सितंबर को होने वाली कक्षा 4 व 5 की परीक्षा के प्रश्नपत्र भी थे जो कि विभाग की गलती है। उन्होंने 15 सितंबर को कक्षा 4 व 5 की परीक्षा नहीं कराई। उनका निलंबन गलत है।
उधर बीएसए मोनिका का कहना है कि प्राथमिक विद्यालय चौहड़पुर माफी के हेडमास्टर विपिन कुमार को 15 सितंबर को ही 16 सितंबर को होने वाली कक्षा 4 व 5 की परीक्षा कराते हुए उन्होंने पकड़ा है। ओएमआर शीट क्यों भरी र्गईं। अगर कक्षा 4 व 5 के प्रश्नपत्र पहले दिन मिल गए थे तो इसकी जानकारी विभाग को दी जानी चाहिए थी। उन्होंने बताया कि एक ही लिफाफे में दोनों दिन की परीक्षा के प्रश्न पत्र भेजने के लिए जो दोषी होगा उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा मित्र को पर्यवेक्षक बनाए जाने और एक ही लिफाफे में दोनों दिन के प्रश्न पत्र भेजने के लिए बीईओ गजरौला से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।