डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों मंे अंतरजनपदीय स्थानांतरण से अमरोहा में टीचर्स के स्कूल आवंटन में ऐसे स्कूल खाली रह गए जहां हकीकत में शिक्षकांे की जरूरत थी और तमाम ऐसे स्कूलों में शिक्षकांे की भरमार हो गई जहां पहले से ही शिक्षक मौजूद हैं।
यह हकीकत केवल अमरोहा की ही नहीं है सूबे में अधिकतर जिलों में ऐसा ही हुआ है। जिससे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वयं परेशान हैं। एक जिले के बीएसए ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पोर्टल व्यवस्था से स्कूल आवंटन ने बंद और एकल विद्यालय का संचालन मुश्किल कर दिया है। कोई वहां जाना ही नहीं चाहता है और हम किसी को भेज नहीं सकते हैं। स्कूल आवंटन की यह व्यवस्था चौपट है।
गौरतलब है कि अमरोहा जिले में बेसिक शिक्षा परिषदों के स्कूलों मंे 21 सितबंर को 167 सहायक अध्यापकों और 6 हेडमास्टरों को ज्वाइनिंग लेटर दिए गए हैं। इन टीचर्स ने स्कूलों का चयन बेसिक शिक्षा परिषद सचिव द्वारा आन लाइन जारी की गई स्कूलों की सूची से किया है। इस सूची मंे बंद, एकल और छात्र संख्या के हिसाब से स्कूलों की सूची दी गई थी। अधिकतर टीचरों ने बंद और एकल को दर किनार कर उन स्कूलों को पंसद कर लिया जिनमें पहले से ही शिक्षकों की भरमार है।
कंपोजिट स्कूल मुकारी ब्लॉक अमरोहा छात्र संख्या प्राइमरी 22 टीचर 3 और एक शिक्षामित्र जूनियर में संख्या 16 और दो अध्यापक कुल छात्र संख्या 38 और अध्यापक 5 और एक शिक्षामित्र। इस स्कूल टीचर आए हैं।
जीरखी छात्र संख्या 42, पांच अध्यापक एक शिक्षामित्र और एक नए अध्यापक कुल 6 अध्यापक एक शिक्षामित्र
रायपुर शहजादपुर ब्लॉक जोया छात्र संख्या 48 अध्यापक 5 और एक नए कुल 6।
मलेशिया धनौरा ब्लॉक छात्र संख्या 142अध्यापक 4 दो शिक्षामित्र और एक नई ज्वाइनिंग कुल 5 अध्यापक दो शिक्षामित्र।
सईदाबाद ब्लॉक जोया छात्र संख्या 142, 5 अध्यापक 1 शिक्षामित्र और एक नए कुल 6 अध्यापक 1 शिक्षामित्र।
भैड़ा भरतपुर ब्लॉक अमरोहा छात्र संख्या 66 अध्यापक 2 शिक्षामित्र 2 और एक नए कुल 3 अध्यापक 2 शिक्षामित्र।
मिलक पापड़ी 75 बच्चे 4 टीचर एक शिक्षामित्र एक नए।
इस संबंध जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मोनिका का कहना कि टीचर्स ने बेसिक शिक्षा परिषद सचिव द्वारा जो सूची पोर्टल पर उपलब्ध कराई थी उसमें से ही स्कूलों का चयन किया है। सूची में बंद, एकल और छात्र संख्या के अनुसार स्कूलों को खोला गया था। जिसमें से टीचर्स ने अपनी पंसद के स्कूलांे का चयन किया है।
सूची के अनुसार शिक्षकों के चयन पर ही स्कूल आवंटित किया है। इसमें हम अपने स्तर से कुछ नहीं कर सकते हैं। जो आदेश मिले हैं उनका अनुपालन कराया गया है।