समीक्षकः पं. चंद्रपाल यात्री
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
आज विज्ञान ने काफी उन्नति की है इसी के अंतर्गत अन्य सुविधाओं के साथ-साथ मोबाइल पर सोशल मीडिया जैसी सुविधा आज हर परिवार व लगभग हर वयस्क के पास उपलब्ध है। किंतु जैसा कि सिद्धांत है कि कोई भी आविष्कार जहाँ समाज के लिए लाभप्रद सिद्ध होता है, वहीं उसके कारण समाज में कुछ हानियाँ भी होती हैं।
आज के बच्चे बौद्धिक रूप से पूर्वकाल की अपेक्षा जल्दी जवान हो रहे हैं। सोशल मीडिया जहाँ लोगों को अनेक सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है, वहीं आज यह युवा पीढ़ी के लिए भटकाव का साधन भी बन गया है।
ऐसे में आज आवश्यकता है कि इस भटकती युवा पीढ़ी के सम्मुख कुछ ऐसे प्रेरणास्पद उदाहरण प्रस्तुत किए जाएं, जिनको पढ़-सुनकर उससे प्रेरित होकर वह भटकाव का मार्ग छोड़कर, अपने सार्थक जीवन निर्माण हेतु प्रयासरत हो सकें। इसी आवश्यकता की पूर्ति करती डॉ. दीपक अग्रवाल की पुस्तक ‘प्रेरणा-पुंज‘ कोई काल्पनिक कहानी-संग्रह नहीं, अपितु वास्तव में सुविधाओं के अभावों के बावजूद भी अपने प्रयास से कामयाबी की मंजिल पर पहुंचे व्यक्तित्वों का कहानी-संग्रह है, जो वास्तविक व प्रमाणिक होने के कारण आज की युवा पीढ़ी को विशेष रूप से प्रेरणा देने में कामयाब होगा, ऐसी आशा है; और यही लेखक का प्रयास भी।
एडिटिंग व प्रूफ्र रीडिंग की दृष्टि से पुस्तक विशेष रूप से सराहनीय है। नपे-तुले शब्दों का प्रयोग व सरल भाषा जहाँ लेखक की क्रमशः विद्वत्ता व अनुभव का भान कराते हैं, वहीं सजिल्द पुस्तक का मजबूत व मोटा टिकाऊ कागज, आकर्षक आवरण पृष्ठ, पुस्तक को विशेषता प्रदान करते हैं।
पं. चंद्रपाल यात्री
समीक्षक