एसएस न्यूज
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
पत्रकार/लेखक डॉ. दीपक अग्रवाल की पुस्तक ‘प्रेरणा पुंज‘ वास्तव में युवाओं के लक्ष्य निर्धारण को सकारात्मकता प्रदान करती है। जहाँ हम देखते है कि आज का युवा भ्रमित होकर कभी इस दिशा में कभी उस दिशा में जाने लगता है। ऐसे में ‘प्रेरणा पुंज‘ उनके भटकते कदमों को सही दिशा में ले जाने का सार्थक प्रयास करती है।
‘प्रेरणा पुंज‘ में जिन व्यक्तित्व के संघर्ष की कहानी है, वे हमारे आस पास अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं। उनके वर्तमान पद तक पहुँचने
का सफ़र कितना संघर्ष भरा रहा है। यह पढ़कर मेहनत पर डटे रहना तथा अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पित होकर निरंतर आगे बढ़ते रहने की सीख मिलती है।
हर प्रशासनिक अधिकारी की अपने लक्ष्य तक पहुँचने की कहानी अलग है परंतु उनके जीवन में आने वाली समस्याओं के सामने न झुकने का जज्बा एक है तभी वह आज इस मुकाम पर पहुँचे हैं।
उनके संघर्ष की कहानियाँ पढकर ऐसा लगता है जैसे वे कह रहे हों-
‘‘रुका कब-कब दिये के सामने कोई अँधेरा है
नज़र में तो रखा हमने सवेरा ही सवेरा है
हमें इन आंधियों तूफ़ान से भी डर नहीं लगता
समन्दर के किनारे पर रहा अपना बसेरा है‘‘
हर चुनौती को स्वीकार करते हमारे शिक्षक ज्ञान की ज्योति को हर हृदय में प्रकाशित कर रहे हैं। कोई सामाजिक कुरीति या अन्य समस्या उनके रास्ते की अड़चन नहीं बनती।
उनके लिये अनायास ही मेरी कलम से यह मुक्तक आता है-
‘‘सफ़र में जिन्दगी के छाँव होती है बहुत ही कम
बदलते हैं सभी मौसम भले ही जानते हैं हम
बिना डर के मगर चलना रही आदत हमारी है
सदा बढ़ते नहीं रुकते इरादों में रखा है दम‘‘
इस प्रकार की पुस्तक की आवश्यकता उस समय अधिक महसूस होती है जब हम हताश और निराश होते हैं तथा लगने लगता है कि अब लक्ष्य को पाना सम्भव नहीं, सभी रास्ते बन्द होते नज़र आते हैं। तब ‘प्रेरणा पुंज‘ हमें संघर्ष की ऐसी कहानियाँ सुनाती है जो हमें पुनर्जीवित करती है तथा हम सभी में आशा का संचार करती है।
वास्तव में डॉ. दीपक अग्रवाल की पुस्तक ‘प्रेरणा पुंज‘ हमें उत्साहित, प्रोत्साहित, आशावादी, मेहनती, जुझारु, तथा सदैव सकारात्मक होने की सीख देती है। आज के युवाओं को प्रेरित कर ‘प्रेरणा पुंज‘ अपने प्रयोजन में पूर्णत सफल होती है ।
‘‘फिर नयी दास्तान कर लेंगे
ज़िन्दगी इम्तहान कर लेंगे
हौसलों के उछालकर पत्थर
बादलों में निशान कर लेंगे‘‘
समीक्षकः
श्रीमती प्रीति चौधरी
कवयित्री/साहित्यकार
सहायक अध्यापिका
राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज
हसनपुर (अमरोहा)