डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
विभिन्न शिक्षक संगठनों के आह्वान पर बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 8 जुलाई को सभी शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा ऑनलाइन हाजिरी दर्ज न कर विरोध प्रकट किया। उन्होंने अपनी बाहांे पर काली पट्टी बांध कर काला दिवस मनाते हुए शिक्षण किया। दोपहर बाद कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय में दिया गया।
महानिदेशक शिक्षा कंचन वर्मा ने 8 जुलाई से सभी टीचर्स को ऑनलाइन उपस्थिति देने के आदेश दिए थे। लेकिन टीचर्स ने इसका विरोध करते हुए ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं की।
टीचर्स ने बताया कि उनकी मांग है कि एक कैलेंडर वर्ष में 14 आकस्मिक अवकाश के अतिरिक्त कर्मचारियों की तरह 31 उपार्जित अवकाश अनुमन्य हो द्वितीय शनिवार का अवकाश ,अर्ध आकस्मिक अवकाश हो । बच्चों की हाजिरी वह टीचर्स की हाजिरी में किसी दिन देरी के लिए स्पष्टीकरण होना चाहिए ना की सीधी कार्रवाई। शहर से दूर ग्रामीण क्षेत्र में दुर्गम रास्तों से होते हुए शिक्षक शिक्षिकाएं विद्यालय पहुंचती हैं जहां यातायात के साधन भी नहीं है कुछ जगहों पर सड़के भी नहीं है शहर से 60 -70 किलोमीटर दूरी तक तय कर कहीं कहीं तो मिट्टी-कीचड़ , जल-भराव , सड़कों पर जाम , नदी नालों को पार करने के लिए नाव, ट्रैक्टर , बैलगाड़ी आदि संसाधनों का उपयोग करके भी प्रतिदिन सुबह विद्यालय पहुंचते हैं ऐसी परिस्थितियों में किसी दिन भी थोड़ी बहुत देरी की संभावना बनी रहती है इसलिए ऑनलाइन हाजिरी देने के लिए सभी शिक्षक संघ और सभी शिक्षक शिक्षिकाएं असहमत है।