डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
राजभाषा हिंदी एवं भारतीय भाषाओं की महत्ता के लिए देशभर में और अंतरराष्ट्रीय पटल पर जन जागरण का अलख जगाने वाले व भारतीय संस्कृति के प्रचार और प्रचार में समर्पित विश्व हिंदी मंच के संयोजक राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त डॉ यतीन्द्र कटारिया ने केरल में विभिन्न राजभाषा हिंदी कार्यक्रमों में प्रतिभाग करते हुए इसे आगे बढ़ाने का आह्वान किया वहीं राज भवन में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने डॉ यतीन्द्र कटारिया के उल्लेखनीय योगदान की प्रशंसा करते हुए उनकी हौसला अफजाई की। डॉ. यतीन्द्र कटारिया ने राजधानी तिरुवन्तपुरम में आयकर मुख्यालय व पावर ग्रिड तथा आरईसी में हिन्दी कार्यशालाओं को संबोधित करते हुए राजभाषा हिंदी का शंखनाद किया ।
हिंदी अपनाओ व्यवहार में लाओ
अंतरराष्ट्रीय हिंदी सेवी डॉ यतींद्र कटारिया ने आजादी के अमृत काल की बेला में हिंदी अपनाओ व्यवहार में लाओ अभियान के अंतर्गत तिरुवंतपुरम में भारत सरकार के आरईसी एवं पावर ग्रिड तथा आयकर मुख्यालय आदि संस्थाओं में उपस्थित कार्मिकों को हिंदी कार्यशाला के माध्यम से भारतीय भाषाओं की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए राजभाषा के रूप में हिंदी को व्यवहार व कार्य पद्धति में आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
उल्लेखनीय है कि देश-विदेश में हिंदी के संवर्धन व साहित्य सृजन में निरंतर कार्य कर रहे अखिल भारतीय साहित्य परिषद जनपद अमरोहा व संस्कार भारती धनौरा के अध्यक्ष तथा भारत सरकार की विभिन्न राजभाषा समितियों में योगदान दे रहे वरिष्ठ लेखक व चिंतक डॉ यतींद्र कटारिया आजादी के अमृत काल में देश भर में हिंदी अपनाओ व्यवहार में लाओ अभियान के अंतर्गत हिंदी के प्रति अलख जागते हुए हिंदी तथा भारतीय भाषाओं की महिमा से अवगत करा रहे हैं हाल ही में पूर्वाेत्तर भारत के विभिन्न नगरों व संस्थानों में हिंदी कार्यशाला तथा राजभाषा संवाद माध्यम से हिंदी सेवा के पश्चात केरल की राजधानी तिरुवंतपुरम में पहुंचे डॉ यतीन्द्र कटारिया ने रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन आफ इंडिया के यहां स्थित मुख्यालय व पावर ग्रिड के क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजित हिंदी कार्यशाला व राजभाषा संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत हिंदी को सभी भाषाओं की सहोदरी बताते हुए राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में हिंदी को आत्मसात करने के आह्वान के साथ इसे आगे बढ़ाने की बात कही वही आयकर मुख्यालय तिरुवंतपुरम में आयोजित राजभाषा संवाद कार्यक्रम में अपनी कविताओं एवं उदाहरण के माध्यम से हिंदी को अन्य राष्ट्रीय प्रतीकों के साथ सम्मान देते हुए आत्मसात करने का आह्वान किया तथा हिंदी को अपने व्यवहार व कार्य पद्धति में निरंतर शामिल कर आगे बढ़ाने की बात कही।
हिंदी विश्व पटल पर देश का गौरव बढ़ा रही
डा कटारिया ने कहा कि आज हिंदी भारत ही नहीं विश्व पटल पर देश का गौरव बढ़ा रही है दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा हिंदी संयुक्त राष्ट्र संघ की आधिकारिक भाषा बनने की दहलीज पर है तथा मॉरीशस स्थित विश्व हिंदी सचिवालय व फिजी स्थित शब्द प्रयोगशाला हिंदी के संवर्धन में अंतरराष्ट्रीय पटल पर योगदान दे रहे हैं उन्होंने कहा कि हिंदी को आगे बढ़ाने में हिंदी क्षेत्र के संतो विद्वानों व महापुरुषों का ज्यादा योगदान रहा है डॉ कटारिया ने केरल के महान स्वतंत्रता सेनानी व हिंदी सेवियों द्वारा केरल हिंदी परिषद के गठन को नवजागरण व स्वतंत्रता आंदोलन की दिशा में उठाया हुआ कदम बताया और कहा कि मलयालम कन्नड़ तमिल तेलुगू आदि सभी भारतीय भाषाओं पर गर्व करने के साथ-साथ राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में हिंदी को निरंतर आगे बढ़ाये और दुनिया के अन्य देशों की तरह अपने देश की एक राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी के लिए काम करें इस मौके पर विभिन्न कार्मिकों के अलावा संस्थान के अधिकारी गण भी उपस्थित रहे ।
यतीन्द्र के गाँव और धनौरा आयेंगे राज्यपाल
डा यतीन्द्र कटारिया के गाँव और धनौरा आयेंगे राज्यपाल
राज्यपाल आरिफ मौहम्मद खान अगले माह डॉ. यतीन्द्र कटारिया के पैतृक गांव मोहदीनपुर तथा धनौरा स्थित उनके निवास पर आयेंगे डा कटारिया से स्वयं राज्यपाल आरिफ मौहम्मद खान ने यह बात कही।