डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
’नए पत्ते’
टहनियों पर आए हरे मुलायम कुछ नए पत्ते
इन्हें मत तोड़ो उगने दो बढ़ने दो इन्हें
चंद दिनों में खुद ब खुद कद ले लेंगे
बैठकर गप्पे मारा करो उनके साथ तुम
एक दिन धूप आंधी के थपेड़े
सहने को हो जाएंगे यह तैयार
बोलने दो इन्हें तुम बेहिसाब
जीवन की सच्चाई जान कर
खुद ब खुद चुप हो जाएंगे
मत टोको बात दोहराने के लिए
इनकी हर बात सुनने के लिए तरस जाओगे
इनकी शैतानी से मत किलसो तुम
की एक दिन वीडियो तस्वीरों में याद करोगी
खिला दो उनकी पसंद का बर्गर पिज़्ज़ा
केक चॉकलेट क्योंकि एक दिन फ्रिज में रख्खी ये चीजें बितराऐंगी
और नहीं आएंगे ये कोमल मुलायम हरे पत्ते।
डॉ. शुचि शर्मा
बिजनौर।