डॉ. दीपक अग्रवाल
सहारनपुर/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
राजकीय महिला महाविद्यालय, बेहट के प्राचार्य प्रो.(डॉ.) विपिन कुमार गिरि अपनी साढ़े अट्ठाईस वर्ष की सेवा पूर्ण कर 30 जून को सेवानिवृत्त हो गए। सेवानिवृत्ति के अवसर पर डॉ.गिरि के सम्मान में महाविद्यालय-परिवार की ओर से विदाई-समारोह आयोजित किया गया।
पिथौरागढ़ से सेवा का श्रीगणेश
लोकसेवा आयोग से चयनित होकर 06.01.1996 को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पिथौरागढ़ से अपनी सेवा का श्रीगणेश करने वाले डॉ.गिरि ने राजकीय सेवा से पूर्व ग्यारह वर्ष तक अन्य विभागों में सेवाएं प्रदान कीं तथा उ.प्र. सरकार से मान्यताप्राप्त पत्रकार भी रहे । सेवानिवृत्ति के अवसर पर डॉ.गिरि के सम्मान में महाविद्यालय-परिवार की ओर से विदाई-समारोह आयोजित किया गया, जिसमें सर्वप्रथम प्राचार्य प्रो.यामिनी पांडेय ने पुष्पगुच्छ भेंट कर और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
अभिनंदन-पत्र का वाचन
डॉ.शरद चौधरी ने अभिनंदन-पत्र का वाचन करते हुए डॉ. गिरि की सेवाओं और उपलब्धियों को उद्धृत किया। महाविद्यालय स्टाफ के सदस्यों की ओर से अनेकानेक उपहार भेंट किए गए । महाविद्यालय-प्राचार्य प्रो.यामिनी पांडेय ने डॉ.गिरि की समर्पित सेवा का उल्लेख करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा में डॉ.गिरि की सेवाएं अनुपमेय हैं तथा युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्पद हैं। महाविद्यालय स्टाफ की ओर से प्रो.नीतू यादव, श्री संजय कुमार सिंह, श्री बेगराम, डॉ.शालिनी सोनी, डॉ.नीरज कुमार, डॉ.यजुविंद्र कुमार,श्री राहुल कुमार,श्री रजत कुमार जैन,श्री राकेश कुमार, श्री रमेश सिंह, श्री सचिन खरे आदि ने डॉ. गिरि के व्यवहार, शालीनता, निष्ठा एवं समर्पण को विशेष रूप से सराहा ।
अंगवस्त्र पहनाकर सत्यार्थ प्रकाश भेंट
इस अवसर पर आए डॉ. मदनपाल सिंह ,राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित श्री नाथीराम कांबोज ने अंगवस्त्र पहनाकर सत्यार्थ प्रकाश भेंट किया । इसी क्रम में श्री कांबोज, जनता इंटर कॉलेज, बेहट के पूर्व प्रधानाचार्य श्री प्रताप सिंह पुंडीर , वर्तमान प्रधानाचार्य डॉ.सुभाषचंद्र सागर एवं श्री प्रेम पेंटर ने डॉ. गिरि को पुष्पगुच्छ भेंट किए तथा उच्च शिक्षा में डॉ. गिरि की उल्लेखनीय सेवाओं की मुक्तकंठ से प्रशंसा की और सामाजिक सरोकारों को रेखांकित किया। विदाई-समारोह में स्थानांतरित होकर आए डॉ. मनीष कुमार अग्रवाल एवं डॉ. पूजा कौशिक ने भी डॉ.गिरि को सम्मानित करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की । विदाई-समारोह का संचालन समारोहक डॉ. रामकुमार ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षणेतरकर्मियों-श्रवण कुमार, सौराज सिंह, श्रीमती कुंता, श्रीमती शानू की भी उपस्थिति रही।
मां शाकंभरी विश्वविद्यालय में योगदान
यहां यह उल्लेखनीय है कि डॉ.गिरि वर्ष 2003 में बेहट महाविद्यालय की स्थापना के समय सहारनपुर आए और बेहट के बाद पुंवारका कॉलेज में हिन्दी-प्राध्यापक रहे तथा प्राचार्य पद पर पदोन्नति के पश्चात् बेहट, कपूरी गोविंदपुर, पुंवारका कॉलेज के प्राचार्य रहे । पुंवारका कॉलेज के मां शाकंभरी विश्वविद्यालय में आमेलन-संबंधी कार्यवाही को संपन्न कराया। इसके साथ ही वे कई वर्ष तक जनपद सहारनपुर में उच्च शिक्षा विभाग के नोडल अधिकारी भी रहे।