डॉ.दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
जेएस. हिन्दू पीजी कॉलेज, अमरोहा के सुदर्शन सभागार में आज शोध एवं स्नातकोत्तर हिंदी विभाग द्वारा ‘राष्ट्रीय हिंदी दिवस’ के अवसर पर ‘विश्वपटल पर हिंदी का विकास’ विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में विभिन्न वक्ताओं एवं छात्र-छात्राओं ने विश्व में हिंदी के विकास एवं विस्तार पर अपने विचार व्यक्त किये।
हिंदी भाषा ही नहीं भारत की विरासत
कार्यक्रम का आरंभ सरस्वती वंदन एवं माल्यार्पण के साथ किया गया। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर वीर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि इस तरह के आयोजन के माध्यम से हम न केवल हिन्दी के महत्व को समझते हैं बल्कि उसके वैश्विक विस्तार और संवर्धन से भी रुबरु होते हैं। हिंदी विभाग की अध्यक्षा प्रोफेसर बीना रुस्तगी ने हिन्दी भाषा के महत्व पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डालते हुए इसके विकास हेतु किये जाने वाले प्रयासों से अवगत कराया।
विश्व के 40 विश्वविद्यालयों में हिंदी की पढ़ाई
कार्यक्रम संयोजक और मंच संचालन कर रहे डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि भूमण्डलीकरण के इस दौर में हिन्दी भाषा का तीव्रगति से चहुंदिक विकास हुआ है और विश्व के 40 विश्वविद्यालयों के साथ साथ अनेक महाविद्यालयों में भी हिंदी विषय में अध्ययन – अध्यापन कार्य किया जा रहा है। हिंदी विभाग से डॉ. ऋतुराज यादव, डॉ. जावेद, डॉ. विशेष कुमार राय तथा रणदेव सिंह ने भी संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर संगोष्ठी को महाविद्यालय के मुख्य अनुशासक डॉ नवनीत विश्नोई एवं डॉ. रश्मि ने भी संबोधित किया ।शिक्षा शास्त्र की विभाग अध्यक्ष डॉ आभा सिंह , डॉ राजन लाल ,डॉ. नागेंद्र प्रसाद मौर्य, डॉ. मोहित शर्मा ,डॉक्टर शिवमगन ,डॉ सत्य प्रकाश परमार भी उपस्थित रहे ।विद्यार्थियों में नीशू जोशी, अलशिफा नूर, रेशू जोशी, प्रियांशी, कामनी, रश्मि, मेघा दिवाकर ,निखिल कुमार प्रजापति विश्वास आदि ने हिन्दी के वैश्विक विकास के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार प्रस्तुत किए। रणदेव सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया ।