डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
मंडी धनौरा में केरल के राज्यपाल मूर्धन्य विद्वान आरिफ़ मोहम्मद ख़ान नगर के अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सेवी डॉ. यतीन्द्र कटारिया द्वारा आयोजित हिन्दी महोत्सव में प्रतिभाग करने पहुँचे। संघ लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष व एनटीए के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप जोशी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर किरण हजारिका राज्य महिला आयोग की सदस्य अवनी सिंह तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक वीरेंद्र सिंह ने डॉ. यतींद्र कटारिया की ‘नई पुस्तक हिंदी विश्व यात्रा और मैं‘ का विमोचन किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर संस्कार भारती के प्रांतीय महामंत्री इंद्रपाल शर्मा और जिला महामंत्री विमल किशोर वंदेमातरम् समेत अन्य हस्तियों को सम्मानित किया।
यतींद्र ने दुनिया में किया हिंदी का शखनांद
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ख़ान ने डॉ. यतीन्द्र कटारिया की हौसला अफजाई करते हुए कहॉ कि धनौरा जैसी छोटी जगह से दुनिया के तमाम देशों तक हिंदी का शंखनाद कर उन्हें बड़ा काम किया है और एक लेखक और वक्ता के रूप में मॉरिशस फ़िजी आदि तमाम देशों में भारत सरकार के शिष्टमंडल के सदस्य के रूप में हिन्दी का जो परचम फहराया है वह क़ाबिले तारीफ़ है। उन्होेंने कहा कि वे डॉ. यतीन्द्र कटारिया को पुत्रवत स्नेह करते हैं और इसी प्यार के चलते केरल से चलकर धनौरा पहुँचे हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दी महज एक भाषा नहीं, एक भावना है। संस्कृति है। धरोहर है।
आजादी मंे हिंदी का योगदान
अध्यक्षता करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री व सदस्य विधान परिषद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि हिंदी वो भाषा है, जिसने भारत के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज की आधुनिक तकनीकी दुनिया तक, हर दौर में हमारी अभिव्यक्ति को सशक्त किया है।
राज्य महिला आयोग की सदस्य अवनी सिंह ने कहा कि आज वैश्वीकरण के दौर में ग्लोबल लैंग्वेज के पीछे भागते-भागते हमें अपनी मातृभाषा हिन्दी का महत्व नहीं भूलना चाहिए।
रेल मंत्रालय भारत सरकार के विशेष कार्याधिकारी बीपी चौधरी ने कहा कि हिंदी प्रशासन और तकनीकी क्षेत्रों में भी रोजगार के अनगिनत मौके देती है।
हिन्दी महोत्सव के इस आयोजन में देश और प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आए हुए हिंदी साहित्यकारों का सम्मान किया गया।
माता की तरह सम्मान देते हुए आगे बढ़ाएं
कार्यक्रम संयोजक, विश्व हिंदी मंच के अध्यक्ष और संस्कार भारती के जिला सहमहामंत्री डॉ. यतीन्द्र कटारिया ने आगंतुकों का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि मातृभाषा को माता की तरह सम्मान देते हुए आगे बढ़ाएं और हिन्दी को राष्ट्रीय प्रतीक रूप में आत्मसात करते हुए गर्व की अनुभूति करें।
इस मौक़े पर राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने डॉ यतींद्र कटारिया को केरल से लाए उपहार भेंट करते हुए उनका सम्मान किया। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार, आबकारी आयुक्त अनुराग मिश्र सुनील दीक्षित, कपिल त्यागी, के.चंद्रशेखर आज़ाद, राजेंद्र टंडन, नरेंद्र कटारिया धीरज त्यागी, डॉ. आदित्य चौहान, चौधरी सोमवीर सिंह, शशि त्यागी, विमल किशोर वंदेमातरम् और मुजाहिद हुसैन चौधरी डॉ. चेतन आनंद सोनू सिंह त्रिलोक कुमार इंदरपाल शर्मा और अरविन्द भाटी, सविता अग्रवाल, डॉ. आकाश अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। हिन्दी महोत्सव की अध्यक्षता डॉक्टर प्रदीप कुमार जोशी ने की और मंच संचालन डॉक्टर यतीन्द्र कटारिया ने किया।
राज्यपाल ने कटारिया के आवास पर किया भोजन
बाद में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ख़ान व आगंतुक अतिथि डॉक्टर यतीन्द्र कटारिया के गुरुद्वारा मार्ग स्थित आवास पर पहुँचे। राज्यपाल ने डॉ. यतींद्र कटारिया के आवास पर अन्य अतिथियों संग भोजन किया और उनके परिजनों से मिले व आशीर्वाद दिया। साहित्य साधना के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं। राज्यपाल डॉ. यतींद्र कटारिया के आदर सत्कार से बहुत प्रभावित हुए और उनकी पीठ थपथपाई।