लखनऊ/अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
जनपद अमरोहा निवासी डॉक्टर दीपक अग्रवाल जी की लिखी हुई पुस्तक प्रेरणा पुंज मुझे दीपावली की छुट्टियों में पढ़ने को मिली । इस पुस्तक में डॉ0 अग्रवाल ने अपने अपने क्षेत्रों में सफल 45 ऐसे लोगों के साक्षात्कार को लिपिबद्ध किया जिनको इन्होंने खुद देखा समझा और परखा था। इन 45 प्रेरक व्यक्तियों में एक ओर आई०ए०एस० तथा पी०सी०एस० हाई प्रोफाइल अधिकारी हैं तो दूसरी ओर ऐसे समाजसेवी शिक्षक भी है जिनका संघर्ष और सामाजिक कार्य लोगों को प्रेरित कर सकता है।
लेखक लंबे समय से लेखन, पत्रकारिता अध्यापन और जन सरोकार के कार्यों से जुड़े हैं इसलिए अनेक बुद्धिजीवियों और सफल लोगों से इनका परिचय हुआ और इसी क्रम में इन्हे सूझा कि क्यों न इन सफल लोगों पर पुस्तक लिखी जाय । निसंदेह लेखक की यह सोच और उसके फलस्वरूप सामने आई यह कृति बहुत अच्छी है ।
पुस्तक को बहुत ही सरल सहज और प्रवाहमय शैली में लिखा गया हैं । क्लिष्ट शब्दों और आडंबरपूर्ण वाक्य विन्यास नहीं हैं । आगे क्या बताया गया है यह जानने की उत्सुकता बनी रहती हैं । पुस्तक को लगातार पढ़ते हुए भी मन नहीं ऊबता क्योंकि पात्रों की सफलता की यात्रा और संघर्ष गाथा प्रेरक होने के साथ साथ रोचक भी हैं । हर आयु वर्ग के और विविध क्षेत्रों के सफल लोगों पर लेखन किया गया है । जहां एक ओर मजदूरी करने के साथ पढ़ाई करने वाले और फिर असिस्टेंट प्रोफेसर बनने वाले डॉ0 सुभाष सिंह हैं तो दूसरी ओर गांव में डिबिया के प्रकाश में पढ़कर पहले ही प्रयास में आई०ए०एस० बनने वाले जिलाधिकारी राजेश कुमार त्यागी पर लिखा गया है । एक तरफ माधुरी पूर्णा का साक्षात्कार दिया गया है जो प्रतिष्ठित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अर्थात इसरो में वैज्ञानिक हैं तो दूसरी ओर कई अनाथ और बेसहारा बच्चों को आर्थिक सहयोग देने वाले अध्यापक गौरव नागर की प्रेरक कहानी दी गई है ।
पुस्तक के निर्बल पक्ष की बात करें तो पुस्तक में कोई कहने योग्य कमी नहीं दिखाई पड़ती परंतु लेखों से सबंधित व्यक्तियों के फोटो का आकार थोड़ा बड़ा होता तो अधिक बेहतर रहता । सम्बंधित लोगों के कार्य स्थल के भी फोटो होते तो और अच्छा लगता। प्रत्येक साक्षात्कार पर अध्याय क्रमांक का अभाव लगा । अधिकांश लेख दो पृष्ठों में समाए हैं यह कुछ पाठकों को कम लग सकता है पर सभी लेख मूलभूत जानकारी से परिपूर्ण और सुगठित हैं। विद्यार्थियों के लिए तो ये पुस्तक अत्यन्त प्रेरक और दूरदृष्टि के विकास में सहायक है । विद्यार्थियों के साथ-साथ यह पुस्तक अन्य पाठकों को कर्तव्यनिष्ठा और लगन से काम करने को भी प्रेरित करने में सक्षम हैं ।
112 पृष्ठों वाली डिमाई आकार की इस पुस्तक को नवीन शाहदरा दिल्ली स्थित पंछी बुक्स ने प्रकाशित किया है । इसका प्रथम संस्करण 2024 में आया और कीमत ₹270 रखी गई है । पुस्तक की प्रिंटिंग और प्रस्तुति सुन्दर है ।
लेखक डॉ0 दीपक अग्रवाल जी ने इस पुस्तक को बड़े मनोयोग से लिखा है । इस उपयोगी और सार्थक रचना के लिए आप सराहना के पात्र हैं । जनपद बिजनौर में जन्में डॉ0 दीपक फिलहाल अमरोहा में रह कर अध्यापन कर रहे हैं ।
(समीक्षक इं0 हेमन्त कुमार क्षेत्रीय इतिहास संकलन एवं लेखन अभियान, भवन निर्माण तकनीक जनजागरण अभियान और पेड़ जियाओं अभियान के संस्थापक-संचालक है आपका जन्म ग्राम-फीना, जनपद-बिजनौर में हुआ । इं0 हेमन्त कुमार उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान से पुरस्कृत साहित्यकार हैं और इनका नाम राष्ट्रीय रिकार्ड बनाने के लिए तीन बार इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हो चुका है)