डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
आर्य समाज अमरोहा के प्रधान अभय आर्य ने कहा कि महर्षि दयानंद का जीवन चरित्र एक आदर्श एवं मर्यादाओं के पालक महापुरुष का जीवन चरित्र है हम भी आज स्वयं को गौरवान्वित अनुभव कर रहे हैं कि हमने अपने जीवन में ऋषि दयानंद की शिक्षाओं को अपनाया है और इससे हमारे जीवन का कल्याण एवं उन्नति हुई है ऋषि दयानंद को इस पावन दिवस पर नमन करने सहित ईश्वर का धन्यवाद करते हैं।
दयादंन की 201 वीं जयंती
आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की 201 वीं जयन्ती के अवसर पर राष्ट्र कल्याण के लिए 12 फरवरी की प्रातः काल की शुभ बेला में आर्य समाज,अमरोहा के प्रांगण में स्थित भव्य यज्ञशाला में आर्यजनों की उपस्थिति में वैदिक यज्ञ अनुष्ठान आचार्य सोमेश कुमार शास्त्री के ब्रहम्त्व में सम्पन्न हुआ।
यज्ञ में ईश्वर स्तुति, स्वतिवाचनम, शंतिकरणम, महामृत्युजंय मंत्र की आहुतियां प्रदान की गई। समाज में सुख,शान्ति, समृद्धि, स्वास्थ्य, दीर्घायु, यश, वैभव एवं पर्यावरण की शुद्धि की कामना की गई।
प्रधान अभय आर्य ने कहा कि
ऋषि दयानंद ने संसार का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश रचकर धार्मिक और सामाजिक जगत में व्याप्त अज्ञान एवं अविद्या सहित पाखंड एवं कुरीतियों को दूर किया। इस ग्रंथ का अध्ययन करने पर मनुष्य शारीरिक आत्मिक एवं सामाजिक उन्नति करता है। ऋषि दयानन्द जन्म दिवस की 201 वीं जन्म शताब्दी पर सभी आर्य बन्धुओं को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाइयां।
प्रभु का सिमरन कर ले
मुख्य यज्ञमान विनय प्रकाश आर्य रहे। अनिल जग्गा द्वारा ईश भक्ति भजन प्रस्तुत किया गया।
सुबह शाम भजन कर ले
मुक्ति का यतन कर ले
टूट जाएगा जन्म मरण से
प्रभु का सिमरन कर ले ॥
इस अवसर पर महर्षि दयानंद द्वारा रचित अमर ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश का वाचन हेतराम सागर , आर्य समाज के नियम डा० जगत सिंह एवं संगठन सुक्त प्रो० अनिल रायपुरिया द्वारा प्रस्तुत किए गए ॥
मुख्य रूप से मन्त्री नत्थू सिंह आर्य, कोषाध्यक्ष अंकुर अग्रवाल, विनय त्यागी, यशंवत सिहं, सुभाष दुआ जय प्रकाश, सुनील कुमार, संजीव रस्तोगी, गोवर्धन गेरा,आशा आर्या मनोहर लाल आर्य , शिवम रस्तोगी,शशांक वर्मा राजीव यादव, कौशल रस्तोगी आदि आर्य जन उपस्थित रहे।