अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
कुछ रिश्तेदारों ने अपने बेटो के लिए
वधू तलाशे की जिम्मेदारी दे दी है।
इसीलिए…….
एक दिन अखबार के शहनाई पेज पर
वधू का चयन करने बैठा।
पेज को देखकर माथा ठनका,
अपनी नजरों पर अविश्वास सा हुआ।
कमरे से बाहर जाकर धूप में पेज को देखा,
उसे देखकर आंखें चकाचक होने का विश्वास हुआ।
वर-वधू पेज पर 60 से 65 साल की महिलाओं की,
कतार सी लगी थी।
कोई सेवानिवृत्त अफसर तो कोई प्रवक्ता रहीं,
भारी पेंशन पा रही थीं।
अब उन्हें एक अदद जीवन साथी की तलाश है,
विधुर, तलाकशुदा, रिटायर्ड, घर-जमाई सब चलेगा।
शादी के लिए मां-बाप ने बहुत समझाया होगा,
लेकिन उनकी परवाह नहीं की और जवानी गवां दीं।
अगर समय से शादी कर ली होती,
तो दादी और नानी बन जाती।
अब तो मां बनने के काबिल भी नहीं रहीं
उनके पास शान-शौकत के सिवाय कुछ नहीं।
रचियताः डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा (उत्तर प्रदेश)
नोटः प्रमाण के लिए 2 मार्च 2025 के दैनिक जागरण के शहनाई अटूट बंधन की पेज का अवलोकन कर सकते हैं।
डॉ. दीपक अग्रवाल की रचनाः जवानी में कैरियर तराशा बुढ़ापे में वर तलाश रहीं
