डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स ने बेसिक स्कूलों में नामांकन और छात्रों की उपस्थिति कम रहने पर लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए। उन्हांेने संतोषजनक जवाब न मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारियों के वेतन पर रोक लगाने के आदेश दिए।
15 अप्रैल को जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स की अध्यक्षता में बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कायाकल्प बच्चों का नामांकन मिड डे मील निपुण विद्यालय सहित अन्य कार्यों की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा विभाग कार्यों से अंसतुष्ट होकर नाराजगी व्यक्त कर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी।
सरकारी धन का दुरुपयोग न हो
कायाकल्प के तहत सभी पैरामीटर में कार्य हो जाए इसका प्रमाण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रस्तुत करें। जिलाधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति ठीक नहीं है इसको सुधारा जाय । जिन विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति कम है उन अध्यापकों पर कड़ी कार्यवाही किया जाए । बच्चों की उपस्थिति के सापेक्ष मिड डे मील मिले गलत रिपोर्ट न प्रस्तुत करें। जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सरकारी धन का दुरुपयोग न किया जाए।
बीईओ के वेतन पर रोक
निरीक्षण के पश्चात कमी मिलती है लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं कि जाती है यह बड़ी लापरवाही है । कहा कि पीएम श्री स्कूलों में शत प्रतिशत गुणवत्ता पूर्ण कार्य कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। कहा कलर फुल आकर्षक और सौन्दरीकृत हों डिजाइन ठीक ठाक हो। संतोष जनक जवाब न मिलने पर जिलाधिकारी ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों के वेतन रोकने के निर्देश दिये । जिलाधिकारी ने पीएम श्री फेस वन और फेस टू कंपोजिट ग्रांट इसी प्रकार सभी मिला पैसा जब तक खर्च न हो जाए तब तक अकाउंटेंट का वेतन रोकने के निर्देश दिए। कस्तूरबा में किस मद में कितना खर्च किया गया इसकी रिपोर्ट जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रस्तुत करें ।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अश्वनी कुमार मिश्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मोनिका जिला समाज कल्याण अधिकारी खंड शिक्षा अधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।