डॉ.दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
जनपद अमरोहा दैनिक जागरण के नवनियुक्त ब्यूरो चीफ आसिफ अली का 24 अप्रैल को सुबह साढ़े सात बजे फोन आया। मैं बोला- ‘हां आसिफ जी‘। उस पर आसिफ ने जवाब दिया-गुरुजी नमस्कार, आप से आसिफ जी सुनकर दुःख हुआ। मैं तो आपका शिष्य रहा हूं और आज भी स्वयं को शिष्य ही मानता हूं। यह सुनकर मुझे बड़ा गर्व हुआ। उसको मैंने समझाया कि शिष्टाचार के नाते जी शब्द का उपयोग हो गया है। फिर वह बोला कि कार्यालय आकर आशीर्वाद देना है। गौरतलब है कि 25 अप्रैल को आसिफ को दैनिक जागरण अमरोहा का ब्यूरो चीफ नियुक्त किया गया है और यहां तैनात ब्यूरो चीफ अनिल अवस्थी को रामपुर का ब्यूरो चीफ बनाया गया है।
26 अप्रैल को दोपहर 12 बजे मैं अमरोहा दैनिक जागरण के कार्यालय पहुंचा। मेरे पहुंचते ही आसिफ अपनी कुर्सी से खड़ा हो गया, मुझसे बैठने का आग्रह किया, लेकिन शिष्टाचार के नाते मैं दूसरे कुर्सी पर ही बैठा और उसे उसकी कुर्सी पर ही बैठाया। उसने मुझे अपने हाथ से लड्डू खिलाया, हालांकि मैं मिठाई खाने से परहेज करता हूं लेकिन करीब एक साल बाद पूरा लड्डू उसकी खुशी में खा लिया। मैंने उसे अपनी ‘पुस्तक बढ़ो गगन की ओर‘ भेंट की और विदा ली।
आज जो सम्मान आसिफ ने दिया उसे शब्दों में व्यक्त करना सहज नहीं है। आसिफ ने मेरे निर्देशन में जगदीश सरन हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अमरोहा से वर्ष 2003 में पीजी डिप्लोमा जनसंचार पत्रकारिता एण्ड मीडिया टेक्नीक्स किया था। उसके बाद मेरे साथ अमर उजाला मेें रिपोर्टिंग की। अब एक दशक से भी अधिक समय से दैनिक जागरण में सेवारत है।
अपराध की रिपोर्टिंग के अलावा आसिफ की समसामायिक विषयों पर कई स्टोरी दैनिक जागरण के ऑल एडिशन में प्रकाशित हुईं हैं। उसे उसकी निष्पक्ष रिपोर्टिंग के बल पर ही ब्यूरो चीफ बनाया गया हैै। उसका ब्यूरो चीफ बनना मुझे भी गौरवांवित कर रहा है।
दैनिक जागरण ब्यूरो चीफ ने मेरे आसिफ ‘जी‘ कहने पर पीड़ा व्यक्त की/मुझे गर्व हुआ
