मतदाता जागरूकता: मीनाक्षी, सीमा और मरगूब की रचनाएँ
डॉ. दीपक अग्रवालअमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज) कुंडलिया छंद‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘‘अवसर है मतदान का,मत जाना तुम भूल,मत देना अधिकार है,संविधान का मूलसंविधान का मूल, ज़रा न तुम घबराना,पहले हो मतदान, बाद में खाना -दाना ।लोकतंत्र का पर्व,मनाओ इसको मिलकर,पाँच बरस के बाद , मिले फिर ऐसा अवसर। मीनाक्षी ठाकुर, स. अ. उ. प्रा.वि. ढकिया चमनब्लॉक
Read More